राष्ट्रीय चिंतक पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ कल कोटा में, व्याख्यानमाला में होगा संबोधन

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कोटा। जनमंच संस्थान कोटा की ओर से रविवार को सायं 4 बजे महावीर नगर तृतीय स्थित दण्डवीर हनुमान मन्दिर के पास श्रीरामशांताय सभागार में व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। संयोजक गजेंद्र भार्गव और जितेंद्र गोयल ने बताया कि कार्यक्रम में राष्ट्रीय चिंतक और सामाजिक कार्यकर्ता पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ संबोधित करेंगे।

इस दौरान शहर के 2 हजार से अधिक प्रबुद्धजन और साधु संत उपस्थित रहेंगे। विष्णु मित्तल और अनिल गोयल ने बताया कि कार्यक्रम में प्रवेश के लिए निशुल्क पास वितरित किए गए हैं। कार्यक्रम स्थल पर भी आईडी दिखाकर प्रवेश पत्र प्राप्त किए जा सकते हैं। इस दौरान कोटा के अलावा आसपास के जिलों से भी लोग उद्बोधन सुनने के लिए आएंगे।

प्रसून माहेश्वरी और वेदप्रकाश गर्ग ने बताया कि देश के वर्तमान परिदृश्य में पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने राष्ट्रवाद के विषय पर बहुत ही प्रभावशाली ढंग से अपनी बात रखी है। वे राष्ट्रवादी वक्तव्य देने के लिए जाने जाते हैं।

वे कश्मीर में हुए नरसहांर तथा धारा 370 एवं 35 (ए) के संबंध में मुखरता से अपनी बात रखते आए हैं। कुलश्रेष्ठ ने लोगों को जागृत करने के लिए लम्बी मुहिम चलाई है। प्रो. पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ राष्ट्रवादी जागरूकता अभियान के प्रमुख पेरोकार हैं। कुलश्रेष्ठ ने राष्ट्रवाद एवं अखण्ड भारत की अवधारणा को अलग से परिभाषित नहीं किया है, बल्कि वह एक जागरूकता अभियान के नायक है।

रवि अग्रवाल ने बताया कि प्रो. कुलश्रेष्ठ के जागरण अभियान को हिन्दू कट्टरता से जोड़कर देखा जाता है, जो सही नहीं है। उनका अभियान सनातन धर्म एवं संस्कृति को पुनः स्थापित करने के लिए है। कुलश्रेष्ठ का ध्येय भारत को पुनः विश्व गुरू के रूप में स्थापित करने का है।

भारत की गुलामी की लम्बी अवधि में न सिर्फ भारतीय अर्थव्यवस्था को तहस नहस किया, बल्कि दासता की स्वीकार्यता को स्थापित भी किया है। जो स्वतंत्रता के बाद भी जारी रही।