कोटा ऋण वितरण मेले में एक ही दिन में 1580 करोड़ के ऋण जारी
कोटा। देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोटा की धरती से देश भर के स्ट्रीट वेंडर्स, युवाओं, किसान, पशुपालकों, स्वयं सहायता समूहों महिलाओं का आदि का आव्हान किया कि अपनी आर्थिक समृद्धि के लिए वे बैंक से ऋण लें। आपको वहां सोना, जमीन या अन्य किसी चीज की गारंटी देने की जरूरत नहीं हैं, आपके गारंटर स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। वे दशहरा मैदान में आयोजित विशाल ऋण वितरण मेले को संबोधित कर रही थीं।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश में अब हालात बदल गए हैं। देश के बैंक अब आम आदमी और गरीब के साथ हैं। यही कारण है कि पिछले तीन महीने से बैंकों के अधिकारियों ने कोटा और बूंदी की सभी पंचायत से लेकर कस्बों और शहर में घूम-घूम कर विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी और ऋण के फॉर्म भरवाए। यही कारण है कि कोटा में हमने एक ही दिन में 1580 करोड़ रुपये के ऋण जारी किए हैं।
उन्होंने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया के पीछे स्पीकर ओम बिरला की बड़ी प्रेरणा रही। वे जब भी मिलते थे तो पूछते थे कि कोटा-बूंदी में बैंक क्या कर रहे हैं। अब इस कोशिश से जब कोटा-बूंदी में बैंक सेवाओं का विस्तार हुआ है तो इसका लाभ यहां की जनता और बैंकों दोनों को मिलेगा।
लक्ष्य से छह गुना पशुपालन ऋण: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि किसी भी योजना के तहत हर जिले ऋण के लिए लक्ष्य निर्धारित किए जाते है। कोटा में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पशुपालक ऋण वितरण के लिए 10 करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। लेकिन उससे लगभग सात गुना अधिक 68.15 करोड़ रुपये के ऋण जारी किए गए हैं।
महिलाओं से आगे आने का आव्हान: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिलाओं का आव्हान किया कि वे आगे आएं और समूह बनाकर अपनी आर्थिक समृद्धि की राह प्रशस्त करें। इसके लिए वे कृषि उपज समूह तैयार करें। इस उपज को उत्पन्न करने, उसके प्रसंस्करण और उसके भंडारण की व्यवस्था के लिए उन्हें बहुत कम दर पर लोन मिलेगा। इससे उनके लिए प्रगति की नई राह खुलेगी।
कोटा को कभी नहीं भूलते स्पीकर बिरला: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण में स्पीकर ओम बिरला की भी जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि लोक सभा अध्यक्ष के पास सदन के काम का बहुत भार होता है। इस कारण वे अपने संसदीय क्षेत्र से दूर हो जाते हैं। लेकिन लोक सभा अध्यक्ष बिरला कोटा को कभी नहीं भूलते। वे जितनी निष्पक्षता से सदन का संचालन करते हैं, जितनी कुशलता से पक्ष-विपक्ष का साथ लेकर सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ाते हैं। उतनी ही गंभीरता से कोटा-बूंदी की जनता के कल्याण के लिए निरंतर प्रयास करते हैं।
16 मिनट के भाषण में 20 बार लिया कोटा का नाम: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने 16.27 मिनट के भाषण में 20 बार कोटा का नाम लिया। उन्होंने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की सदन में निष्पक्ष भूमिका, सदन के संचालन के तरीकों, ऋण वितरण मेले के लिए किए गए प्रयासों तथा लाभान्वितों के संदर्भ में कोटा का नाम लिया।
योजना | लाभार्थी | राशि (करोड़ों में) |
पीएमस्वनिधि | 2363 | 3.51 |
मुद्रा | 3758 | 39.31 |
पशुपालक केसीसी | 7439 | 68.15 |
केसीसी | 5933 | 115.51 |
एसएचजी | 1134 | 38.17 |
पीएम रोजगार गारंटी योजना | 47 | 6.11 |
स्टैंड अप इंडिया | 20 | 1.83 |
खुदरा ऋण | 9036 | 712.21 |
अन्य योजनाएं | 4104 | 594.76 |