नई दिल्ली। वस्तुओं के कुल निर्यात में बढ़ोतरी भले ही धीमी पड़ गई हो, लेकिन कृषि और खाद्य वस्तुओं के निर्यात में लगातार बढ़ोतरी जारी है। निर्यातकों के मुताबिक, आर्डर को देखते हुए आने वाले महीनों में कृषि व खाद्य वस्तुओं के निर्यात में मजबूत बढ़ोतरी जारी रहेगी।
निर्यात में दहाई अंक का इजाफा: इस साल नवंबर महीने में वस्तुओं के कुल निर्यात में पिछले साल नवंबर के मुकाबले सिर्फ 0.62 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई, लेकिन कृषि व खाद्य पदार्थों के लगभग सभी आइटम के निर्यात में दहाई अंक का इजाफा रहा। चावल के अलावा विभिन्न प्रकार के अनाज के निर्यात में नवंबर माह में 53.78 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
मोटे अनाज के निर्यात को प्रोत्साहन: निर्यातकों के मुताबिक, आगामी वर्ष को संयुक्त राष्ट्र ने मिलेट्स वर्ष घोषित किया है और इससे मोटे अनाज के निर्यात को प्रोत्साहन मिलेगा। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक नवंबर माह में चाय, चावल, विभिन्न अनाज, तंबाकू, आयल मिल्स, तिलहन, फल और सब्जी, विभिन्न प्रकार के तैयार अनाज व प्रोसेस्ड आइटम के निर्यात में पिछले साल नवंबर के मुकाबले दहाई अंक में बढ़ोतरी रही। काजू और मसाले के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई।
ट्रेड प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन मोहित सिंगला का कहना है कि खाद्य संकट की वजह से भारतीय कृषि और खाद्य पदार्थों में विदेशी खरीदार काफी रुचि ले रहे हैं। कृषि पदार्थों के निर्यात प्रोत्साहन के लिए आयोजित होने वाले इंडस फूड में इस साल 80 से अधिक देशों के खरीदार आ रहे हैं।
- हैदराबाद में होगा फूड मेले का आयोजन
- एक अरब डालर के आर्डर मिलने की उम्मीद आगामी 7-8 जनवरी को हैदराबाद में आयोजित इंडस फूड मेले में कृषि निर्यातकों को एक अरब डालर के आर्डर मिलने की उम्मीद है। मिलेट्स को लेकर विदेशी खरीदारों की उत्सुकता को देखते हुए इंडस फूड में अलग से मिलेट्स पवेलियन लगाया जा रहा है।
कृषि पदार्थों के निर्यात में बढ़ोतरी
चाय – 27.03 प्रतिशत
चावल – 19.16 प्रतिशत
अन्य अनाज – 53.78 प्रतिशत
तंबाकू – 101.2 प्रतिशत
आयल मिल्स -17.55 प्रतिशत
तिलहन – 38.83 प्रतिशत
फल व सब्जी – 25.01 प्रतिशत
प्रोसेस्ड खाद्य आइटम – 22.75 प्रतिशत (स्त्रोत: वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय)