अपनों के विरोध के बीच नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी, लव शर्मा ने किया पद भार ग्रहण

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नेता प्रतिपक्ष राजवंशी और शर्मा पदभार ग्रहण करते।

-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा
। कोटा के नगर निगम दक्षिण में विवेक राजवंशी और नगर निगम उत्तर में लव शर्मा के भारतीय जनता पार्टी की ओर से नेता प्रतिपक्ष के रूप में नियुक्त किए जाने के बाद शनिवार को दोनों ने सादगी के साथ पूजा-अर्चना के उपरांत पद भार ग्रहण कर लिया। लेकिन, नगर निगम उत्तर में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति के मसले पर उठा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा और शनिवार को भी भारतीय जनता पार्टी के बहुमत के साथ पार्षद इस नियुक्ति के खिलाफ बने रहे।

कोटा के दोनों नगर निगमों में बने कांग्रेस के बोर्ड के महापौर, उपमहापौर सहित कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के कई पार्षदों ने नगर निगम के अधिकारियों की बधाईयों के साथ भारतीय जनता पार्टी के दोनों नेता प्रतिपक्ष ने सादगी से भरे एक समारोह में मंत्रोचार और पूजा-अर्चना के बाद पदभार ग्रहण कर लिया।

कोटा नगर निगम उत्तर में भारतीय जनता पार्टी के 14 सदस्यीय पार्षद दल में से आज भी आठ पार्षदों के बहुमत के साथ नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति को पूर्ववत खारिज माना। यह मंतव्य व्यक्त किया कि किसी के सत्ता पक्ष के महापौर-उपमहापौर की मौजूदगी और कांग्रेसी नेताओं की मौन सहमति के बीच किसी के नेता प्रतिपक्ष का पदभार ग्रहण कर लेना कोई मायने नहीं रखता। इसका असली फैसला तो फ्लोर पर होगा।

बहुमत से तो भारतीय जनता पार्टी के पार्षद पहले ही इस नियुक्ति को खारिज कर चुके हैं और नगर निगम उत्तर के वार्ड संख्या छह से निर्वाचित पार्षद नंदकिशोर मेवाड़ा को नेता प्रतिपक्ष चुनकर उन्हें ही बहुमत से मान्यता दे चुके हैं। इन पार्षदों ने इस फैसले से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेतृत्व सहित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक को अवगत करवा दिया है। प्रशासनिक स्तर पर कोटा कलक्टर, संभागीय आयुक्त और स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक को लिखित में इस बारे में यह आठ पार्षद जानकारी दे चुके हैं।

इन पार्षदों का कहना है कि ऐसे में यदि कोई सत्ता पक्ष और अफसरों की सहमति व बधाइयों के बीच नेता प्रतिपक्ष बन जाए तो कोई मायने नहीं रखता है। इन 8 पार्षदों को चार निर्दलीय पार्षदों का भी नेता प्रतिपक्ष के मसले पर समर्थन हासिल है। इस हिसाब से नंदकिशोर मेवाड़ा को नेता प्रतिपक्ष के रूप में कुल 12 पार्षदों का समर्थन प्राप्त है।

कोटा नगर निगम उत्तर के आठ भाजपा पार्षदों नंदकिशोर मेवाड़ा, नवल सिंह हाडा, रवि मीणा, संदीप नायक, कुसुम सैनी, पूजा केवट, पूजा सुमन, रामगोपाल लोधा सहित समान विचारधारा के चार निर्दलीय पार्षदों राकेश सुमन पुटरा, बलविंदर सिंह बिल्लू, बीरबल लोधा, मेघा गुर्जर ने आरोप लगाया कि कोटा नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष का नाम भेजने से लेकर नेता प्रतिपक्ष चुने जाने तक जिलाध्यक्ष ने उनसे कोई संपर्क नहीं किया।

ऐसा लगता है कि जिलाध्यक्ष कुछ लोगों के लिए या गुट विशेष के ही जिलाध्यक्ष हैं। पार्टी के पार्षदों से उन्होंने दो वर्षों में आज तक कोई संवाद या संपर्क नहीं किया। यह आश्चर्यजनक व दुखद पहलू है कि वह पार्टी को किस स्तर पर ले जाना चाहते हैं।

इन पार्षदों ने कहा कि कार्यभार ग्रहण करने से कुछ नहीं होता। यदि पार्टी ने समय रहते उचित फैसला नहीं लिया गया तो सभी पार्षद अगली रणनीति तैयार कर पार्टी के पार्षद दल से संबद्धता समाप्त करने जैसी कार्रवाई को अंजाम देगे।

इस बीच कोटा नगर निगम के पूर्व पार्षदों बृजेश शर्मा नीटू, इंद्र कुमार जैन, चंद्रप्रकाश सोनी, विकास तँवर, हेमा सक्सेना, मधु कुमावत, धापू मेहरा, ममता महावर, वंदना अग्रवाल, स्नेहलता क्रांतिकारी ने कहा कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष को लेकर कांग्रेस व सत्तापक्ष में उत्साह की लहर दौड़ गई है।

कार्यभार ग्रहण कार्यक्रम में भाजपा पार्षद कहीं नजर नहीं आए, वही कांग्रेसियों का जमघट रहा। सभी ने कहा कि कांग्रेसी इस बात को लेकर खुश है निगम में अब फ्रेंडली फाइट होती रहेगी व कांग्रेस के दोनों बोर्ड अपना शेष बचा कार्यकाल शांति से निकाल लेंगे चाहे शहरवासी कितनी भी तकलीफ भोगते रहें ।

इस बीच नेता प्रतिपक्ष के शपथ ग्रहण को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता पंडित अनिल औदिच्य, पूर्व मंडल अध्यक्ष पंकज साहू, किशन प्रजापति, शिवनारायण शर्मा, सत्यप्रकाश लोधा, प्रेम सिंह गौड़, प्रशांत सक्सेना, घनश्याम कुमावत, मनीष शर्मा, नवीन अग्रवाल, योगेंद्र क्रांतिकारी ने कहा कि नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर भाजपा से ज्यादा कांग्रेस में खुशी है।

सभी ने कहा कि शपथ ग्रहण में भाजपा नेताओं पदाधिकारियों की अनुपस्थित व कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति इस बात को प्रमाणित करती है। कांग्रेस खुश है क्योंकि उन्हें इसमें कहीं ना कहीं अपनापन नजर आ रहा है। पूर्व में भी जिलाध्यक्ष द्वारा की गई मंडल अध्यक्षों से लेकर सभी नियुक्तियों में कांग्रेस खुशी जाहिर करती रही है।