लोक कलाकारों के संगीत और नृत्य से जीवंत हुई राजस्थान की संस्कृति, झूम उठे दर्शक

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कोटा दशहरा में राजस्थानी लोक संगीत प्रस्तुत करते कलाकार।

कोटा दशहरा 2022: कृष्ण रास पर मंत्रमुग्ध हुए दर्शक, मयूर नृत्य ने मनमोहा

कोटा। Kota Dussehra News: राष्ट्रीय मेला दशहरा में सोमवार को विजयश्री रंगमंच राजस्थानी लोक परंपरा का गवाह बना। राजस्थान पर्यटन विभाग के सहयोग से आयोजित सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों ने राजस्थानी लोक प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत बूंदी की लोक गायिका उषा शर्मा की मांड गायकी से हुआ। उन्होंने राजस्थान के राज्य गीत “केसरिया बालम पधारो नी म्हारे देस…” गायक कार्यक्रम का शुभ-आरंभ किया। इसके बाद रसिया गीत ” म्हारा नैना का तारा…” गाकर मन मोह लिया।

इसके बाद किशनगढ़ से आए वीरेंद्र सिंह ने घूमर नृत्य की प्रस्तुति से राजस्थानी लोक परंपरा को जीवंत कर दिया। बाड़मेर के गौतम परमार ने पारंपरिक लोकगीत “एक बार आओजी जंवाई जी पांवणा…” पर शानदार लोकनृत्य की प्रस्तुति दी तो तालियों से परिसर गूंज उठा।

जस्सू खां मांगणियार ने खड़ताल की जादूगरी दिखाते हुए पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ जुगलबंदी से कार्यक्रम को नई ऊँचाइयाँ दी। उन्होंने ढोलक, ढोल, मोरचंग, कमायचा, सिंधी सारंगी, अलगोजा, भपंग, झांझ, हरमोनियम शानदार जुगलबंदी कर डेजर्ट सिम्फनी की जबरदस्त प्रस्तुति दी।

लीलादेवी कालबेलिया ने कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति दी। बारां के छबड़ा से आई एसबी गुजरावत ने चकरी नृत्य प्रस्तुत किया। पाली की गंगादेवी ने तेरहताली नृत्य प्रस्तुत किया। कोटा के कुणाल गंधर्व ने बिन्दौरी नृत्य की प्रस्तुति से समां बांध दिया। सबसे अंत में हुई डीग के अशोक शर्मा ने कृष्ण रास और होली मयूर नृत्य ने दर्शकों को झुमने पर मजबूर कर दिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ एडीएम प्रशासन राजकुमार सिंह, कर्मचारी भविष्य निधि के क्षेत्रीय अतिरिक्त आयुक्त पुरुषोत्तम मीणा, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद शर्मा, एमबीएस अस्पताल के अधीक्षक दिनेश वर्मा, इरफान कुरेशी, मेला समिति अध्यक्ष मंजू मेहरा, उप महापौर सोनू कुरेशी, पवन मीणा, अनिल सुवालका, इसरार मोहम्मद, अनूप कुमार, अजय सुमन, चेतना माथुर, भगवती कुमारी, आयुक्त वासुदेव मालावत, राजपाल सिंह, अतिरिक्त आयुक्त अम्बालाल मीणा, अशोक त्यागी, मेला अधिकारी गजेंद्र सिंह, अतिरिक्त मेला अधिकारी प्रेमशंकर शर्मा, मेला प्रभारी प्रकाशचंद, एक्यू कुरेशी, पर्यटन विभाग के उप निदेशक विकास पांड्या, पर्यटन अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने किया।