कोटा। राष्ट्रीय मेला दशहरा में गुरुवार को मेहंदी, मांडणा और रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस दौरान मेला समिति अध्यक्ष मंजू मेहरा, सदस्य चेतना माथुर ने विजेताओं को पुरस्कृत किया।
मेहंदी में महिलाओं ने भरवां, फूल और धार्मिक चिन्हों से आकर्षक डिजाइनें बनाई। मेहंदी में सीसवाली बारां से आई उमा कुमारी को विजेता घोषित किया गया। वहीं स्टेशन निवासी अनिता कुमारी द्वितीय तथा जवाहर नगर निवासी सोनम सोनी तृतीय स्थान पर रही।
रंगोली में आए प्रतियोगियों ने जमीं पर रंगों से सामाजिक विचारों को प्रतिपादित किया। किसी ने मंदिर तो किसी लम्पी रोग से ग्रसित गौमाता की विभीषिका को प्रस्तुत किया। रंगोली में भी दशहरा मेला में पहली बार आई उमा ने ही प्रथम पुरस्कार जीता। उन्होंने बेटी बचाओ की थीम पर रंगोली बनाते हुए लिखा, बलात्कारी को फांसी नहीं दे सकते तो बेटी बचाओ कहने का कोई अर्थ नहीं। वहीं द्वितीय पुरस्कार श्री राम मंदिर का प्रतिरूप रंगों से उकेरने वाले सिविल लाइंस निवासी युवराज ने जीता। प्लास्टिक मुक्त भारत की कल्पना को साकार करते हुए इंद्रा मार्केट निवासी वैष्णवी ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।
मांडणा में भाग लेने वाली महिलाओं ने कूँची से दीवारों पर राजस्थानी लोक परंपरा को जीवित किया। छावनी निवासी शिक्षा ने शंख की कृति उकेरकर प्रथम स्थान पाया। वहीं स्वस्तिक को मांडने वाली बबली को दूसरा स्थान मिला। राजस्थानी पारंपरिक डिजाइन बनाने वाली वैष्णवी प्रजापति को तीसरा स्थान दिया गया। इस दौरान प्रभारी अनुपमा कौशल, सह प्रभारी रूपम तिवारी, सदस्य कविता जैन उपस्थित रहीं।
एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम आज: राष्ट्रीय मेला दशहरा में शुक्रवार को रात्रि 8 बजे विजयश्री रंगमंच पर एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मेला समिति अध्यक्ष मंजू मेहरा ने बताया कि कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों के द्वारा देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी जाएगी।
साफा प्रतियोगिता आज: मेला समिति अध्यक्ष मंजू मेहरा ने बताया कि शुक्रवार को शाम 7.30 बजे साफा प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।