मेडिकल कॉलेज की अव्यवस्था देख बिरला बोले, पैसा नहीं तो सांसद कोष से दूँ

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न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण करते सांसद ओम बिरला।

शहर में डेंगू-स्वाइन फ्लू समेत अन्य मौसमी बीमारियों के कहर के बीच सांसद ओम बिरला ने सोमवार को न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल का औचक दौरा किया और बोले

कोटा। शहर में डेंगू-स्वाइन फ्लू समेत अन्य मौसमी बीमारियों के कहर के बीच सांसद ओम बिरला ने सोमवार को न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल का औचक दौरा किया। वार्डों में अव्यवस्थाएं मिलने और न्यू इमरजेंंसी वार्ड वैकल्पिक तौर पर शुरू नहीं होने पर सांसद ने जिला कलक्टर से फोन पर कड़ी नाराजगी जताई।

कहा कि अस्पताल में बैंचों पर लोगों का इलाज चल रहा है, 30 बेड का न्यू इमरजेंसी वार्ड खाली है, वहां मरीजों को शिफ्ट कर आरएमआरएस से स्टाफ लगा दो। इस पर जिला कलक्टर ने जब एप्रुव्ल लेने का तर्क दिया दिया तो सांसद बोल पड़े कि ‘लोग मर रहे, अब भी एप्रुव्ल लोगे क्या। चिकित्सा मंत्री व सैके्रट्री से बात लेता हूं।’

जब कलक्टर ने वार्ड का उद्घाटन नहीं होने का तर्क दिया तो सांसद ने नाराजगी जताई और कहा कि हमें उद्घाटन का शौक नहीं है, तीन माह के लिए आरएमआरएस से अतिरिक्त स्टाफ लगाकर इमरजेंसी वार्ड चालू कराओ। स्टाफ लगाने के लिए पैसे नहीं है तो सांसद कोष से उपलब्ध करा दूंगा। आप कहो तो दस-दस हजार में कार्मिक लगा दूं। हमारा काम है लोग यहां आने पर स्वस्थ होकर घर जाएं।
 
गौरतलब है कि बीस दिन पहले विधायक संदीप शर्मा ने भी अस्पताल का दौरा किया था। उस समय न्यू इमरजेंसी वार्ड को चालू कर अतिरिक्त नर्सिंग स्टाफ लगाने को कहा था, लेकिन न स्टाफ लगा, न वार्ड चालू हुआ।

निरीक्षण के दौरान अस्पताल के मेल मेडिकल वार्ड में पलंग के साथ बैंचों पर मरीज मिले। शिशु वार्ड में एक पलंग पर दो-दो बच्चे भर्ती मिले। सांसद ने अधीक्षक को बच्चों के लिए सर्जिकल वार्ड में वैकिल्पक व्यवस्था करने के कहा है।
 
अवैध एंबुलेंस पर जताई आपत्ति
सांसद ने अस्पताल में पनप रही मोटरसाइकिल पार्किंग व अवैध एम्बुलेंस संचालन पर अधीक्षक डॉ. देवेन्द्र विजयवर्गीय से कड़ी नाराजगी जताई। कहा कि मरीजों से लूट हो रही, इनकी गुंडागर्दी बंद करो।
 
सड़ रहे गलियारे
निरीक्षण के समय अस्पताल में गंदगी पसरी थी। गायनिक वार्ड के सामने हाल बुरे दिखे। सुविधा घर गदंगी से भरे थे। रैलिंग पर सड़ांध थी, सांसद खुद मुंह ढककर निकले। गंदगी पर भी सांसद ने अधीक्षक से नाराजगी जताई। कहा कि जो सफाई ठेकेदार काम नहीं करें, उसे हटाओ। हालांकि अधीक्षक ने बताया कि तीन माह पहले सफाई का टेण्डर खत्म हो गया। एक्सटेंशन में चल रहा है।