नई दिल्ली। क्या आपको पता है आपके विधायक को कितनी सैलरी (Salary Of MLAs) मिलती है? हाल ही में देश की राजधानी दिल्ली में विधायकों की सैलरी बढ़ाई गई है। दिल्ली के विधायकों की सैलरी अब 54 हजार से बढ़कर 90 हजार (Delhi MLAs Salary Hike) हो जाएगी। वि
ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर किस राज्य के विधायक को कितनी सैलरी मिलती है। सभी राज्यों में विधायकों की सैलरी समान हो ऐसा नहीं है। सभी राज्यों में विधायकों को अलग- अलग सैलरी मिलती है। सैलरी के हिसाब से देखा जाए तो इस मामले में तेलंगाना टॉप (Telangana MLA Salary) पर है और इसके विधायकों की सैलरी दूसरे राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक है। वहीं त्रिपुरा के विधायकों की सैलरी सबसे कम है।
तेलंगाना के विधायकों को सबसे अधिक वेतन
भारत में सबसे अधिक वेतन तेलंगाना के विधायकों को मिलता है। इस राज्य में विधायकों की सैलरी और अलाउंसेज को मिलाकर प्रति माह 2.50 लाख रुपये सैलरी मिलती है। दूसरी ओर सबसे कम सैलरी त्रिपुरा के विधायकों को मिलती है। त्रिपुरा में विधायकों को प्रतिमाह 34 हजार रुपये सैलरी मिलती है।
सैलरी के अलावा अन्य भत्ते अलग
सैलरी के अलावा विधायकों को कई दूसरी सुविधाएं भी मिलती हैं। विधायक निधि तो है ही साथ ही सरकारी आवास, मेडिकल सुविधा, कार्यकाल समाप्त होने के बाद पेंशन, एक व्यक्ति के साथ रेल यात्रा फ्री पास आदि की भी सुविधा मिलती है।
वेतन के हिसाब से दूसरे यूपी का नंबर पर
तेलंगाना के बाद देखा जाए तो वेतन के हिसाब से यूपी का नंबर आता है। उत्तर प्रदेश में विधायकों की सैलरी प्रतिमाह 2.10 लाख रुपये है। वहीं इस सूची में इसके बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है जहां एमएलए की सैलरी एक लाख 70 हजार रुपये है। गुजरात में विधायकों की सैलरी 1 लाख 16 हजार रुपये महीना है। वहीं बात की जाए बिहार की तो यहां विधायकों का वेतन एक लाख 14 हजार रुपये प्रतिमाह है।
राज्य | वेतन |
तेलंगाना | ₹2,50,000 |
उत्तर प्रदेश | ₹2,10,000 |
गुजरात | ₹1,16,000 |
बिहार | ₹1,14,000 |
पंजाब | ₹84,000 |
ओडिशा | ₹1,00,000 |
राजस्थान | ₹1,42,000 |
आंध्र प्रदेश | ₹1,75,000 |
तमिलनाडु | ₹1,05,0000 |
गोवा | ₹1,99,000 |
मध्य प्रदेश | ₹1,10,0000 |
छत्तीसगढ़ | ₹80,000 |
कर्नाटक | ₹1,65,000 |
पश्चिम बंगाल | ₹81,800 |
हिमाचल प्रदेश | ₹1,90,000 |
उत्तराखंड | ₹2,04,00 |
हरियाणा | ₹1,55,000 |