असम के चाय बागान श्रमिकों के वेतन की समस्या का समाधान किया जाएगा: बिरला

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गुवाहाटी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, जो असम के पांच दिवसीय दौरे पर हैं, ने आज काजीरंगा नेशनल पार्क का भ्रमण किया। बिरला ने काजीरंगा के प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीव विविधता की सराहना की।

बिरला ने काजीरंगा के हाथीकुल क्षेत्र में स्थित करीब सवा सौ साल पुराने चाय बागानों में पहुंच चाय उत्पादन प्रक्रिया को देखा। उन्होंने चाय बागान श्रमिकों से भी संवाद किया। उनके कौशल की प्रशंसा की तथा उनकी समस्याओं को भी सुना।

बिरला ने कहा कि श्रमिक काफी कुशलता और परिश्रम से एक-एक पत्ती को चुनते हैं और फिर उन्हें आधुनिक प्रक्रिया से प्रोसेस किया जाता है। भारतीय चाय पत्ती अपनी गुणवत्ता के कारण विश्व में एक विशिष्ट स्थान रखती है। उन्होंने हर्ष व्यक्त किया कि भारत में उत्पादित चाय पत्ती की मांग निरंतर बढ़ रही है।

चाय बागान श्रमिकों ने अपने वेतन की समस्या के बारे में बिरला को अवगत कराया । बिरला ने कहा कि पूर्व में कई बार संसद में भी यह विषय सांसदों के माध्यम से सामने आ चुका है। उन्होंने श्रमिकों का आश्वस्त किया कि वे असम सरकार से चर्चा कर इस बारे में सकारात्मक निर्णय लेने के लिए आग्रह करेंगे।

इससे पूर्व काजीरंगा पहुंचने पर असम के कृषि मंत्री अतुल बोरा तथा स्थानीय लोगों ने असम की संस्कृति और परम्पराओं के अनुरूप लोकसभा अध्यक्ष बिरला का भव्य स्वागत किया।
बिरला आज गुवाहाटी, असम में 8वें सीपीए (भारत क्षेत्र) सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।

बिरला के अतिरिक्त, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा; असम विधान सभा के अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी भी प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे। सम्मेलन में 76 प्रतिनिधि भाग लेंगे।

सम्मेलन का विषय “समाज के आकांक्षी वर्गों के लिए विकास के परिणाम को अनुकूलित करने में मदद करने के लिए विधायी निरीक्षण को मजबूत करना” है। सम्मेलन के दौरान, प्रतिनिधि निम्नलिखित विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे; (i) युवा केंद्रित नीतियों को मुख्यधारा में लाना; और (ii) राष्ट्रीय विकास और सामान्य भलाई के लिए युवा ऊर्जा का उपयोग करना।

सम्मेलन का समापन सत्र 12 अप्रैल को होगा । असम के राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी, लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित होंगे ।