कोटा। औद्योगिक नगरी कोटा में 6 जनवरी को इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जायेगा। इसमें 100 से अधिक एमओयू होने के साथ 1700 करोड़ का निवेश होगा, जिससे 7393 व्यक्तियों को सीधा रोजगार मिलेगा।
इन्वेस्ट समिट के सम्बन्ध में जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ ने बताया कि भावी विनियोजकों के निवेश प्रस्ताव प्राप्त किये जाने के लिए पहली बार जिला स्तर पर भी जिला इनवेस्ट समिट का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कभी कोटा औद्योगिक विकास के कारण राजस्थान के कानपुर के नाम से जाना जाता था।
यहां आज भी औद्योगिक विकास के लिए आधारभूत सुविधाओं में बिजली, पानी, यातायात सुविधा, कृषि उत्पाद एवं कुशल श्रम शक्ति प्रचुर मात्रा में विद्यमान है। उन्होंने कहा बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए कोटा के तहसील स्तर पर रीको द्वारा भूमि चिन्हित कर औद्योगिक विकास के लिए तैयार की जा रही है। यहां कृषि उत्पाद एवं अवशेषों पर आधारित उद्योगों के लिए पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल है जो निवेशकों को आकर्षित करता है।
उन्होंने बताया कि 6 जनवरी को आयोजित ’इन्वस्टर समिट’ में विभिन्न क्षेत्रों में निवेशक आ रहे जो विकास के साथ रोजगार के अवसर भी प्रदान करेंगे। कोटा इन्वेस्ट समिट का शुभारम्भ चिकित्सा, परिवार कल्याण एवं आबकारी मंत्री परसादी लाल मीणा 6 जनवरी को दोपहर 1 बजे करेंगे।
जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक सीताराम पूनिया ने बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की दिशा में लगातार अच्छी सुविधा प्रदान की जा रही है। राज उद्योग मित्र पोर्टल विकसित किया जा चुका है, जिसका फायदा लेते हुए कोटा जिले में अब तक 415 उद्यमियों द्वारा ऑनलाइन एक्नॉलेजमेंट प्राप्त किये जा चुके हैं। ऐसे एक्नॉलेजमेंट प्राप्त उद्यमी राज्य नियमों के अंतर्गत आगामी तीन वर्षों तक विभिन्न प्रकार के निरीक्षणों, लाईसेंसों एवं अनुमतियों से मुक्त रहेंगे।