नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के कार्यालय में मंगलवार को पहले ऑडिट दिवस को संबोधित कर रहे हैं। अपने संबोधन में उन्होंने कई मुद्दों को छुआ जिसमें एक नोटबंदी भी था। उन्होंने कहा कि सरकार ने मुद्रीकरण जैसे बड़े फैसले लिए। इसकी वजह से अर्थव्यवस्था को तेज गति मिली। इसका पूरी दुनिया ने स्वागत भी किया।
उन्होंने ये भी कहा कि हम देश की पुरानी सरकारों के बारे में जानते हैं और उनकी हकीकत भी जानते हैं। हमारी सरकार समस्याओं का समाधान तभी कर सकी जब हम उन समस्याओं की सही तरीके से पहचान कर सके।
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में कहा कि पारदर्शिता न होने की वजह से बैंकिंग सेक्टर में पहले दूसरी ही प्रक्रिया इस्तेमाल में लाई जाती थी। इसका परिणाम हुआ एनपीए का दायरा बढ़ता ही गया। उन्होंने कहा कि आप भी इस बात से बखूबी परिचित हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने चरणबद्ध तरीके से चीजों को सुधारा। जिस तरह से आपके सुझाव आए उन पर विचार कर उसमें बदलाव किया। अब इसका परिणाम हम सभी के सामने दिखाई दे रहा है। इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि देश के लिए कैसे बड़े लक्ष्य निर्धारित किए जाते हैं और कैसे इसको पूरा किया जाता है। ये हमने सीखा है। सुचिता और पारदर्शिता हम सभी के लिए मोरल बूस्टर होते हैं।
आडिट को लेकर पहले की चिंताओं को जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एक समय था जब आडिट को बड़े डर और चिंता की नजर से देखा जाता था। कैग बनाम सरकार की एक सामान्य सोच बन गई थी। कुछ को लगता था कि कैग को हर जगह गलत ही दिखाई देता है। लेकिन आज इस सोच में बदलाव आ गया है। आज इसको वैल्यू एडिशन के रूप में देखा जाता है।
उन्होंने कहा कि कुछ ही संस्थान समय के साथ और मजबूत, और अधिक मैच्योर होते जाते हैं। बीते कुछ दशकों में कई संस्थानों ने अपनी अहमियत को खो दिया था। लेकिन कैग ने हमेशा ही अपनी चमक को बरकरार रखा है। ये बड़ी जिम्मेदारी है।
प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर कैग कार्यालय में सरदार वल्लभ भाई पटेल की एक प्रतिमा का अनावरण भी किया। बता दें कि कैग संस्था की ऐतिहासिक शुरुआत और वर्षों से निरंतर शासन, पारदर्शिता और जवाबदेही में इसके योगदान को देखते हुए लेखा परीक्षक दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर भारत के सीएजी भी उपस्थित रहे।
इससे पहले पीएम मोदी ने इसको लेकर एक ट्वीट भी किया है। इसमें कहा गया है कि वो मंगलवार सुबह 10:30 बजे आडिट दिवस को चिह्नित करने के कार्यक्रम में भाग लेंगे। उन्होंने ये भी लिखा है कि इसका मकसद देश में पारदर्शिता और सुशासन को बढ़ावा देने में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के योगदान को सभी के सामने लाना है।
गौरतलब है कि आज के ही दिन कैग का गठन हुआ था। इसलिए ये कार्यक्रम बेहद खास होने वाला है। वर्ष 2020 में कैग मुख्यालय में उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने संविधान निर्माता डा. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया था। कैग मुख्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की भी 9 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई गई है।