Al Nino: इस साल अल नीनो कमजोर पड़ने से मानसून की वर्षा सामान्य होने की उम्मीद

26

नई दिल्ली। Al Nino: हालांकि जून-सितम्बर के चार माह की अवधि में सक्रिय रहने वाले दक्षिण-पश्चिम अमनसून की स्थिति के बारे में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का अनुमान जल्दी ही सामने आने वाला है वाला है मगर उससे पूर्व एक प्राइवेट मौसम एजेंसी ने जो अनुमान लगाया है उससे संकेत मिलता है कि इस वर्षा मानसून सीजन के दौरान देश में सामान्य बारिश होगी

क्योंकि अल नीनो मौसम चक्र तब तक समाप्त हो चुका होगा। मौसम एजेंसी के मुताबिक वर्ष 2024 में जून से सितम्बर के दौरान दीर्घकालीन औसत (एलपीए) के सापेक्ष देश में 102 प्रतिशत बारिश होने के आसार हैं।

मालूम हो कि एलपीए के सापेक्ष 96 से 104 प्रतिशत की बीच होने वाली वर्षा को सामान्य श्रेणी में आंका जाता है। एजेंसी ने कहा है कि इसमें 5 प्रतिशत का उतार-चढ़ाव हो सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि 17 से 107 प्रतिशत के बीच बारिश हो सकती है।

मौसम एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अल नीनो के अंतिम प्रभाव के कारण मानसून का आरंभिक समय कुछ कमजोर रह सकता है लेकिन जल्दी ही इसका असर खत्म होगा और ला नीना मौसम चक्र की शुरुआत हो जायेगी जिससे मानसून क्रमिक रूप से मजबूत होने लगेगा।

इस वर्ष जून-सितम्बर की अवधि के लिए वर्षा का दीर्घावधि औसत (एलपीए) 868.8 मि०मी० आंका गया है। एजेंसी के मुताबिक अल नीनो को विस्थापित करके ला नीना मौसम चक्र सक्रिय होगा जो अक्सर दक्षिण-पश्चिम मानसून के लिए हितैषी होता है।

सुपर अल नीनो से जब मजबूत ला नीना का ट्रांजिशन होता है तब देश में मानसून सीजन के दौरान भरपूर बारिश होती। पिछले साल अल नीनो की वजह से मानसून कमजोर रहा था जिससे खरीफ फसलें प्रभावित हुई थीं।