कोटा। कोरोना वायरस की वजह से पिछले 10 माह से बंद पड़े कोचिंग एवं शिक्षण संस्थान सोमवार से खुल गए हैं।। संस्थानों को सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन का पालना करना होगा। शिक्षण संस्थान खुलने और स्टूडेंट्स के आने से कोटावासियों की खुशियों की उम्मीदें लौट गई हैं। क्योंकि कोटा की अर्थव्यवस्था कोचिंग पर ही निर्भर है। स्टूडेंट्स कोटा आने लगे हैं। स्टूडेंट्स को यहां सुरक्षित रह सकें, कोचिंग, हॉस्टल और मैस संचालकों ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है।
कोचिंग में आने से पहले स्टूडेंट्स की कोरोना जांच कराई जा रही है। बिना कोरोना रिपोर्ट और मास्क के एंट्री नहीं दी जा रही है। वहीं क्लासरूम में भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठने की व्यवस्था की गई है। ट्रेनों, बसों और निजी वाहनों से स्टूडेंट्स का कोटा पहुंचने का सिलसिला जारी है।
- काेचिंग में स्टूडेंट्स की क्लास मिस हाेने पर स्टूडेंट़्स लैब में अपने चैप्टर काे कंप्यूटर पर क्लिक कर पढ़ सकेंगे।
- सीटिंग में भी पूरी साेशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखा है। यहां साेफे पर एक स्पेश काे छाेड़कर क्राॅस लगाया हुआ है।
- स्टूडेंट्स अपनी काेविड-19 की जांच लेकर पहुंचे। वहीं कुछ स्टूडेंट्स काे जांच नहीं करवाकर लाए थे। उन्हें सरकारी अस्पतालाें में जांच के लिए भेजा।
- फैकल्टी काे भी काेविड-19 गाइड लाइन की पालना के संबंध में रविवार काे भी कुछ इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग दी गई।
- साथ ही स्टूडेंट्स के क्लास में एंट्री से लेकर एक्जिट और सीटिंग के दाैरान पूरी सावधानी बरतने के लिए निर्देश दिए।