सॉवरेन गोल्ड बांड में 7 अक्टूबर से फिर मिलेगा निवेश करने का मौका

0
1946

नई दिल्ली। फिर एक बार सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेश करने का मौका आया है। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि सॉवरेन गोल्ड बांड्स 2019-20 (सीरीज-5) योजना 7-11 अक्टूबर 2019 के दौरान खुली रहेगी। इस अवधि में बांड का इश्यू प्राइस प्रति ग्राम 3,788 रुपए रहेगा। योजना के तहत भुगतान का सेट्लमेंट 15 अक्टूबर 2019 को होगा।

सरकार ने इश्यू प्राइस पर 50 रुपए प्रति ग्राम छूट का भी ऑफर दिया है। यह छूट उन्हीं निवेशकों को मिलेगी, जो ऑनलाइन आवेदन और भुगतान करेंगे। ऐसे निवेशकों के लिए छूट के साथ गोल्ड बांड का इश्यू प्राइस प्रति एक ग्राम सोने के लिए 3,738 रुपए हो जाएगा।
सॉवरेन गोल्ड बांड योजना नवंबर 2015 में लांच हुई थी।

इसे लाने का मकसद फिजिकल गोल्ड की मांग को कम करना और वित्तीय बचत उपकरणों में निवेश को बढ़ावा देना था। योजना के तहत बांड को मूल्य सोने के वजन के रूप में निर्धारित होता है। योजना के तहत कोई भी व्यक्ति एक कारोबारी साल में कम से कम एक ग्राम और अधिकतम 500 ग्राम सोना खरीद सकता है।

गोल्ड बांड में निवेश के कई फायदे
सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है। जब आर्थिक अनिश्चितता बढ़ती है, तब सोने की कीमत भी बढ़ती है। विभिन्न प्रकार के अंतरराष्ट्रीय तनावों और ट्रेड वार के कारण पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है। ऐसे में सोने को एक बेहतर निवेश संपत्ति माना जा रहा है। लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि हाल में सोने की कीमत में भारी उछाल दर्ज किया गया है। ऐसे में जल्द इसकी कीमत में बहुत अधिक बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए।

इसके अलावा जब आप फिजिकल गोल्ड खरीदते हैं, तो आप मेकिंग चार्ज और जीएसटी भी चुकाते हैं। इससे वास्तविक कीमत काफी बढ़ जाती है। दूसरी ओर सॉवरेन गोल्ड बांड पर कोई जीएसटी नहीं है। न ही कोई मेकिंग चार्ज लगता है। इसके अलावा इसे रखना भी फिजिकल गोल्ड के मुकाबले अधिक सुरक्षित है।

इस पर आपको हर साल ब्याज भी मिलता है। इस तरह से फिजिकल गोल्ड के मुकाबले सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेश करने में फायदा ही फायदा है। क्योंकि आपको सोने में निवेश करने का तो सभी प्रकार का फायदा मिलता ही है। साथ ही इसमें वित्तीय उपकरण के भी अतिरिक्त फायदे मिलते हैं। साथ ही इसके रखरखाव पर कोई खर्च भी नहीं आता है।