अतिवृष्टि से सोयाबीन की फसल बर्बाद, धान से भी अब टूटी आस

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कोटा। अतिवृष्टि से कोटा डिवीजन में खेतों में खड़ी सोयाबीन, मूंग, मोठ समेत खरीफ की फसल नष्ट हो चुकी है। सोयाबीन तो फली में से गिरकर वापस उगने लगी है। थोड़ी बहुत उम्मीद धान से थी, वह भी अब पीली पड़ने लगी है। ऐसे में किसान पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधिमंडल ने किसानों की यह पीड़ा सोमवार को कलेक्टर ओम कसेरा के सामने व्यक्त की।

प्रतिनिधिमंडल में शामिल जिलाध्यक्ष गिरीराज चौधरी, संभागीय मीडिया प्रभारी आशीष मेहता, जिला उपाध्यक्ष देवीलाल गुर्जर तथा जिला प्रचार प्रमुख रूपनारायण यादव ने कलेक्टर को फसल खराबे के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बारिश के कारण खेतों में अभी तक पानी भरा है।

प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पटवारियों के द्वारा सर्वे की कार्रवाई में ढिलाई बरती जा रही है। इस गति से अब तक सर्वे की कार्रवाई चल रही है। प्रशासन किसानों के हित में जल्द कार्रवाई करे और मुआवजा दिलाए। कलेक्टर कसेरा ने भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त करते हुए कहा कि एक भी किसान मुआवजे से वंचित नहीं रहेगा। अभी 20 नवम्बर तक गिरदावरी हो रही है।

उन्होंने तहसीलदारों को कार्य में गति लाने का लिखित में आदेश दिया। उन्होंने कहा कि किसानों के प्रति संवेदनशील होकर कार्य करना होगा। इस कार्य में तेजी लानी होगी और जो भी कर्मचारी इसमें ढिलाई बरते उसके खिलाफ कार्रवाई भी होगी।

भारतीय किसान संघ का प्रदर्शन 4 को
भारतीय किसान संघ के संभागीय प्रवक्ता आशीष मेहता ने बताया कि 4 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे कोटा कलेक्ट्रेट पर विशाल धरना एवं प्रदर्शन रखा गया है। जिसमें किसानों की ओर से अपनी विभिन्न मांगें जिला प्रशासन के सामने रखी जाएंगी। उन्होंने बताया कि सरकार, जनप्रतिनिधि और प्रशासन ने किसानों के खराबे को लेकर आंखें मूंद ली हैं। जिसको लेकर प्रशासन को अंतिम चेतावनी दी जाएगी। इसके बाद अनिश्चितकालीन महापड़ाव किया जाएगा।