नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद कानूनी दांवपेंच में फंसती नजर आ रही है। दरअसल पतंजलि कंपनी के दो शरबत ब्रांड पर अमेरिका ने बिक्री पर रोक लग सकती है। वहीं अमेरिकी खाद्य विभाग पतंजलि आयुर्वेद कंपनी के खिलाफ केस दर्ज करने पर विचार कर रहा है। मामले में दोषी पाए जाने पर कंपनी पर करीब 3 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है।
अमेरिकी स्वास्थ्य नियामक यूनाइटेड स्टेट्स फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (यूएसएफडीए) की जारी रिपोर्ट के मुताबिक पतंजलि आयुर्वेद कंपनी के दो शर्बत ब्रांड पर में अलग-अलग दावे किए गए हैं।
अमेरिकी विभाग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कंपनी के भारत में बेचे जाने के लिए शर्बत उत्पादों के लेबल पर अलग दावे किए गए है, जबकि अमेरिका निर्यात किए जाने वाले शरबत में अलग दावें हैं। कंपनी दोनों देशों के लिए अलग-अलग उत्पादन और पैकेजिंग करती है।
अगर पतंजलि के खिलाफ आरोप सही पाएं गए, तो कंपनी के खिलाफ आपराधिक मुकदमा और पांच लाख अमेरिकी डॉलर तक का जुर्माना लगा सकता है। वहीं कंपनी के अधिकारियों को तीन साल की सजा हो सकती है।
वहीं अगर भारत में कंपनी को गलत ब्रांडिंग और गलत दावों के साथ प्रोडक्ट की बिक्री का दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड (FSS) एकट 2006 के तहत 3 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है।
साल 2018-19 में बढ़ी कमाई
कंपनी की कमाई की बात करें, तो साल 2017-18 में पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड की कमाई 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,135 करोड़ पर पहुंच गया था, जबकि साल 2018-19 में कंपनी ने 9,030 करोड़ रुपए की कमाई की है।