Yes Bank का शेयर 30% टूटा, कुछ ही घंटों में 15 हजार करोड़ घटी मार्केट वैल्यू

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नई दिल्ली। यस बैंक (के मार्च, 2019 में समाप्त तिमाही के दौरान खराब नतीजों, कई ब्रोकरेज फर्म द्वारा स्टॉक की डाउनग्रेडिंग से उसके शेयर को तगड़ा झटका लगा। मंगलवार को शुरुआती कारोबार यस बैंक का शेयर 30 फीसदी टूट गया, जिससे उसकी मार्केट वैल्यू कुछ ही घंटों में 15 हजार करोड़ रुपए घट गई। हालांकि बाद में शेयर में रिकवरी देखने को मिली और फिलहाल यस बैंक (Yes Bank) का शेयर 28 फीसदी कमजोरी के साथ कारोबार कर रहा है।

मैक्वायरी ने मानी अपनी गलती, किया डाउनग्रेड
दिलचस्प बात रही कि ब्रोकरेज हाउस मैक्वायरी (Macquarie) कैपिटल सिक्यॉरिटीज ने यस बैंक (Yes Bank) के बिजनेस को समझने में अपनी गलती मानी है और उसने अब एक साथ दो डाउनग्रेड करते हुए बैंक के शेयर को अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है।

ब्रोकरेज हाउस यस बैंक पर पिछले 8 साल से ‘कंस्ट्रक्टिव’ था। अब मैक्वायरी ने यस बैंक का टारगेट प्राइस 40 फीसदी घटाकर 165 रुपए कर दिया है। इससे पहले मॉर्गन स्टैनली भी टारगेट प्राइस घटा चुका है। अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म ने यस बैंक के लिए 125 रुपए का टारगेट प्राइस तय किया है।

मिलती रही थी आउटपरफॉर्म रेटिंग
मैक्वायरी के मुताबिक, उसे यस बैंक के स्ट्रक्चर्ड फाइनैंस बिजनेस के तेजी से बढ़ने की उम्मीद थी। ब्रोकरेज फर्म के एक एनालिस्ट ने माना कि यस बैंक को लेकर उन्होंने प्रोफेशनल लाइफ की सबसे बड़ी गलती की। ब्रोकरेज हाउस ने पहले यस बैंक के स्टॉक को आउटपरफॉर्म रेटिंग दी थी।

मार्च तिमाही में पहली बार हुआ घाटा
बैंक ने पिछले शुक्रवार को जनवरी-मार्च, 2019 तिमाही के नतीजों का ऐलान किया था, जिसमें उसे 1,507 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। बैंक को पहली बार किसी तिमाही में घाटा हुआ है, जबकि एक साल पहले समान तिमाही के दौरान यस बैंक को 1,180 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।

बढ़ानी पड़ी प्रोविजनिंग
एक इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रुप आईएलएंडएफएस और जेट एयरवेज को दिए गए कर्ज के बैड लोन में बदलने की वजह से बैंक को इस तिमाही में प्रोविजनिंग में बहुत अधिक बढ़ोतरी करनी पड़ी। इस साल मार्च में रवनीत गिल यस बैंक के सीईओ बनाए गए थे। वह बैंक की लोन बुक को लेकर पारदर्शिता बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। इसलिए बैंक ने मार्च तिमाही में प्रोविजनिंग में भारी बढ़ोतरी की है।