बुआई कम होने की आशंका से धनिया की कीमतों में तेजी के आसार

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नई दिल्ली। धनिया की कीमतों में इस समय तेजी जारी है। पिछले एक सप्ताह में कीमतों में 200-300 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई है। बाजार में तेजी का रुझान बना हुआ है। सूत्रों का कहना है कि उत्पादक केंद्रों पर धनिया की बुवाई शुरू हो गई है।

हालांकि, चालू सीजन में कीमतों में खास बढ़ोतरी नहीं होने से किसान इस साल भी धनिया की बुवाई कम करने पर विचार कर रहे हैं। अनुमान है कि इस साल धनिया की बुवाई पिछले साल के मुकाबले 10-15 फीसदी कम रहने की संभावना है। गौरतलब है कि पिछले साल देश में धनिया की खेती का रकबा 3.37 लाख हेक्टेयर था, जबकि साल 2024 के लिए 3.64 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी।

चालू सप्ताह के दौरान, उत्पादक केंद्रों के बाजारों में कमजोर आवक के कारण हाजिर और वायदा बाजारों में धनिया की कीमतों में तेजी आई। वायदा बाजार में नवंबर धनिया की कीमत 8,002 पर खुली और 8,266 पर बंद हुई। दिसंबर धनिया की कीमत 8,114 पर खुली और 8,352 पर बंद हुई।

मजबूत वायदा समाचार और कमजोर आवक के कारण, प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश के बाजारों में हाजिर धनिया की कीमतों में भी ₹200-300 प्रति क्विंटल की तेजी आई।

लेनदेन न्यूज़ ने भी अपने पाठकों को सूचित किया था कि अक्टूबर-नवंबर के महीनों के दौरान धनिया की कीमतों में ₹5-8 प्रति किलोग्राम की वृद्धि होगी। नवंबर महीने के दौरान भी धनिया की कीमतों में मजबूती रहने की उम्मीद है।

धनिया उत्पादक राज्य गुजरात की गोंडल मंडी में आवक घटकर 2,500 बोरी और राजकोट में 500 बोरी रह गई है। राजस्थान की रामगंज मंडी में आवक 3,000 बोरी है, जबकि बारां और कोटा में आवक घटकर 500/600 बोरी रह गई है।

मध्य प्रदेश की गुना मंडी में आवक 2,000/2,500 बोरी और कुंभराज में 1,000/1,200 बोरी है। सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में आवक में और गिरावट आ सकती है क्योंकि अधिकांश उत्पादकों की उपज मंडियों में आ चुकी है।

जानकारों का कहना है कि निकट भविष्य में धनिया की कीमतों में गिरावट की संभावना कम है, क्योंकि उत्पादक केंद्रों पर बुआई कम होने की आशंका से बाजार में तेजी का माहौल है। इसके अलावा, आने वाले दिनों में मंडियों में आवक कम होने की उम्मीद है, जबकि ग्राहकों की मांग बढ़ने की उम्मीद है।

इसके चलते, व्यापारिक अनुमान अभी भी धनिया की कीमतों में ₹3/5 प्रति किलो की बढ़ोतरी का अनुमान लगा रहे हैं। वर्तमान में, उत्पादक केंद्रों की मंडियों में बादामी धनिया का भाव ₹69/72 और ईगल का भाव ₹72/75 बोला जा रहा है।

उपलब्धता: चालू सीजन में खपत के मुकाबले धनिया की उपलब्धता कम होने की खबरें हैं। सूत्रों का कहना है कि खपत और निर्यात को मिलाकर हमारी वार्षिक धनिया खपत लगभग 36 करोड़ बोरी है। हालाँकि, चालू सीजन में 1 करोड़ बोरी धनिया उत्पादन और 35/40 लाख बोरी के बकाया स्टॉक के कारण, कुल उपलब्धता 1.35/1.40 करोड़ बोरी है।

इसके कारण, अगले साल नई फसल के दौरान धनिया का स्टॉक काफी कम रहेगा। व्यापारिक सूत्रों का मानना ​​है कि उत्पादक केंद्रों पर धनिया का मौजूदा स्टॉक 40/45 लाख बोरी होने की उम्मीद है।

निर्यात: चालू सीजन में धनिया का निर्यात पिछले साल के मुकाबले थोड़ा ज्यादा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अप्रैल-जुलाई-2025 में धनिया का निर्यात 23447 टन हुआ जबकि पिछले साल इसी अवधि में 21075 टन का निर्यात हुआ था। अगस्त माह के दौरान भी निर्यात में सुधार देखने को मिला।

अगस्त 2025 में धनिया का निर्यात 4466 टन हुआ जबकि अगस्त 2024 में 4120 टन का निर्यात हुआ था। वर्ष 2024-25 (अप्रैल-मार्च) के दौरान धनिया का कुल निर्यात 60324 टन हुआ। वर्ष 2023-24 में धनिया का रिकॉर्ड निर्यात 108624 टन हुआ।