नई दिल्ली। बेंचमार्क शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी सोमवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। इससे इनमें गिरावट का सिलसिला सातवें दिन भी जारी रहा, क्योंकि इस सप्ताह के अंत में आरबीआई के ब्याज दर पर निर्णय से पहले लगातार विदेशी फंडों की निकासी से बैंक शेयरों में गिरावट आई।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 61.52 अंक या 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,364.94 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसने 80,851.38 के उच्च स्तर और 80,248.84 के निम्न स्तर को छुआ। दूसरी ओर, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 19.80 अंक या 0.08 प्रतिशत गिरकर 24,634.90 पर आ गया। विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते निफ्टी लगातार सात कारोबारी सत्रों में 3 प्रतिशत से अधिक गिर चुका है।
टॉप गेनर्स एंड लूजर्स
सेंसेक्स की कंपनियों में मारुति, एक्सिस बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, इंफोसिस, अडानी पोर्ट्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर पिछड़ गए। वहीं टाइटन, भारतीय स्टेट बैंक, इटर्नल और ट्रेंट प्रमुख लाभ में रहे।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव भरा सत्र बिना किसी स्थिरता के समाप्त हुआ। छुट्टियों वाले संक्षिप्त सप्ताह और लगातार विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली से पहले निवेशक अधिक सतर्क हो गए। अमेरिका-भारत व्यापार समझौते में स्पष्टता का अभाव और आईटी व फार्मा सूचकांकों पर लंबे समय से दबाव बाजार के लिए निकट भविष्य की चिंताएं हैं।

