रेडक्रॉस सोसायटीज अंगदान के प्रति जागरूकता अभियान चलाएं: राज्यपाल

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इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी अंगदान एवं प्रत्यारोपण जागरूकता संवाद और सम्मान समारोह

बीकानेर/कोटा। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि भारत में प्रतिवर्ष लगभग 5 लाख लोग अंग प्रत्यारोपण नहीं होने से अपनी जांन गंवा रहे हैं। अंग प्रत्यारोपण की आवश्यकता और अंग उपलब्ध होने की संख्या के बीच अभी भी बहुत बड़ा अंतर है। इसके मद्देनजर अंगदान के प्रति जागरूकता का सघन अभियान चलाना जरूरी है।

राज्यपाल मिश्र ने सोमवार को रवींद्र रंगमंच में इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज और स्टे ऑर्गन एंड टिशु ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंगदान एवं प्रत्यारोपण जागरूकता संवाद तथा सम्मान समारोह में कहा कि अंगदान मानवता के लिए समर्पण से जुड़ा कार्य है। उन्होंने अंगदान कर दूसरों को नया जीवन देने वाली महान आत्माओं को नमन भी किया ।

राज्यपाल ने कहा कि हमारा देश महर्षि दधीचि जैसे ऋषियों का देश है, जिन्होंने असुरों से रक्षा के लिए शस्त्र बनाने के लिए अपनी देहदान कर दी। उनकी हड्डियों से वज्र नामक अस्त्र का निर्माण हुआ जिससे इन्द्र ने असुरों पर विजय प्राप्त की। उन्होंने बताया कि भारत में प्रति दस लाख आबादी पर केवल 0.16 लोग अंगदान करते हैं। वहीं प्रति दस लाख की आबादी पर स्पेन में 36, क्रोएशिया में 35 और अमेरिका में 27 लोग अंगदान करते हैं।

मिश्र ने कहा कि स्पेन अंगदान और प्रत्यारोपण के मामले में अग्रणी है। यूरोपियन यूनियन ने भी अंगदान के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सूचना आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है। भारत में भी राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन इस दिशा में काम कर रहा है।

इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के प्रदेश चेयरमैन राजेश कृष्ण बिरला ने कहा कि सोसायटी आपदा प्रबंधन के साथ सामाजिक सरोकारों के काम कर रही है। अंगदान के प्रति जागरूकता इसमें सबसे महत्वपूर्ण है।

इससे पहले राज्यपाल कलराज मिश्र ने दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। कर्मकांडी पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार किया गया। राज्यपाल ने संविधान की प्रस्तावना एवं मूल कर्तव्यों का वाचन किया। इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के स्टेट वाइस चेयरमैन विजय खत्री ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने सोसायटी की अब तक की गतिविधियों की जानकारी दी।

राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. धनंजय अग्रवाल ने कहा कि बीकानेर में जल्दी ही अंग प्रत्यारोपण सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह अंग प्रत्यारोपण महायज्ञ है। इसमें सबकी भागीदारी होनी चाहिए। राजस्थान अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन के सलाहकार डॉ. धर्मेश कुमार शर्मा ने अंगदान एवं प्रत्यारोपण के प्रति जागरूकता पर प्रस्तुतिकरण दिया।