Cumin Price: जीरे की बढ़ती कीमतें बिगाड़ रही रसोई का बजट, अभी और बढ़ेंगे भाव

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नई दिल्ली। Cumin Price: लगभग सभी प्रमुख दाल -दलहनों एवं सब्जियों का भाव ऊंचा रहने से रसोई का बजट पहले से बिगड़ रहा था क्योंकि चावल, आटा, दूध एवं चीनी का दाम भी ऊंचे स्तर पर चल रहा है।

अब मसालों और खासकर जीरा की कीमत एक बार फिर तेज होने लगी है जिससे लोगों की कठिनाई बढ़ने का अंदेशा है। हाल के दिनों में मजबूत मांग एवं सीमित आपूर्ति के कारण जीरा के दाम में भारी बढ़ोत्तरी हुई है और इसका मूल्य स्तर 31,000 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास पहुंच गया है।

पिछले साल उत्पादन घटने से जीरा के दाम में रिकॉर्ड तेजी आई थी जो चालू वर्ष में गायब होती दिख रही थी। गुजरात एवं राजस्थान जैसे शीर्ष उत्पादक राज्यों में इस बार जीरा के बिजाई क्षेत्र में भारी बढ़ोत्तरी हुई और मौसम की हालत भी काफी हद तक अनुकूल रही।

महत्वपूर्ण बात यह है कि पिछले साल के विपरीत इस बार जीरे की फसल को किसी गंभीर प्राकृतिक आपदा का सामना नहीं करना पड़ा जिससे उत्पादन में अच्छी बढ़ोत्तरी के संकेत मिल रहे हैं।

दिलचस्प तथ्य यह है कि जीरे की फसल की कटाई-तैयारी अभी-अभी समाप्त हुई है और इसकी आपूर्ति का पीक सीजन चल रहा है मगर फिर भी प्रमुख मंडियों में इसकी आवक का दबाव नहीं देखा जा रहा है।

व्यापार विश्लेषकों के अनुसार उत्पादक नीचे दाम पर अपना स्टॉक बेचने के इच्छुक नहीं हैं और इसलिए मंडियों में अत्यन्त सीमित मात्रा में माल उतार रहे हैं। दूसरी ओर स्थानीय डीलर्स- स्टॉकिस्ट, दिसावरी व्यापारी तथा निर्यातक इसकी खरीद में अच्छी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। इससे कीमतों में तेजी का माहौल बनने लगा है।

पिछले एक माह के अंदर जीरा के दाम में लगभग 34 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोत्तरी हो गई। गुजरात की ऊंझा मंडी में 16 अप्रैल को जीरा का भाव गिरकर 23 हजार रुपये प्रति क्विंटल पर आ गया था जो अब उछलकर 30,952 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है।

इस तरह क़ीमतों में करीब 8000 रुपए प्रति क्विंटल का भारी इजाफा हो गया। लेकिन फिर भी यह पिछले साल मई के उच्चतम भाव से करीब 33 प्रतिशत पीछे है। यदि मंडियों में आवक की गति धीमी रही तो आगामी महीनों में इसका दाम और भी तेज हो सकता है।