कोटा। शहर की सारी राहें रविवार को जैसे दशहरा मैदान कोटा की ओर मुड़ गईं। स्पीकर ओम बिरला के प्रयासों से यहां आयोजित दो दिवसीय रक्षा प्रदर्शनी देखने के लिए कोटा सहित सम्पूर्ण हाड़ौती से लोग पहुंचे। युवाओं और बच्चों में प्रदर्शनी को लेकर खासा उत्सह देखने को मिला। किसी ने टैंक पर बैठकर फोटो खिंचवाई तो किसी ने जवानों के हाथों में सजने वाली एडवांस्ड बंदूकों को उठाकर देखा।
रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता को प्रतिबिंबित करने तथा राजस्थान के युवाओं को डिफेंस क्षेत्र में नवाचारों के साथ आगे आने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से दशहरा मैदान में डिफेंस एक्सपो का आयोजन किया गया है। दो दिवसीय एक्सपो के पहले दिन रविवार को रक्षा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
आयोजन प्रारंभ होने के साथ ही लोगों का दशहरा मैदान पहुंचना प्रारंभ हो गया। लोग अलग-अलग तरह के टैंक्स, आर्टिलरी गन्स और अन्य प्रकार के बड़े हथियारों को हाथ से छूकर देखते रहे। बच्चे तो अभिभावकों के हाथ छुड़ा कर इन बड़े हथियारों की ओर दौड़ते हुए नजर आए। बच्चे अभिभावकों से इन टैक्स और गन्स पर बैठाने की जिद करने लगे।
वहीं दूसरी ओर युवाओं में इन टैक्स, गन्स और मिसाइल्स के बारे में जानने की गहरी रूचि दिखाई दी। वे वहां मौजूद सैनिकों से उनकी फायरिंग रैंज, मारक क्षमता, अब तक किए गए उनके उपयोग के बारे में सवाल करते नजर आए। सैनिकों ने भी उनको निराश नहीं किया और उनकी हर जिज्ञासा को शांत किया।
एमएसएमई-स्टार्टअप के उत्पादों ने किया दंग
रक्षा प्रदर्शनी के दौरान दशहरा मैदान परिसर में बनाए गए वातानाकूलित डोम में एमएसएमई और स्टार्टअप्स के उत्पादों ने लोगों को हतप्रभ कर दिया। कई किलोमीटर की दूरी से दुश्मन को ढेर कर देने वाले स्नाइपर गन्स, युऋपोतों को क्षण में समूद्र में डुबो देने वाले तारपीडो, बेहद नजदीक से चलाई गई गोली को भी बेअसर कर देने वाले बुलेटप्रुफ जैकेट्स, कई किलोमीटर से दूर से अकेले चल रहे व्यक्ति के पांव की हलचल को पकड़ लेने वाले सेंसर, मानवरहित जलपोत, समुद्र तथा गहरे पानी में रेस्क्यू के लिए बनाई गई विशेष प्रकार की नौकाओं सहित अनेक ऐसे मॉडल प्रदर्शित किए गए जो युवा उद्यमियों और स्टार्ट-अप्स की नई सोच को दिखाते हैं। प्रदर्शनी में आए लोग इन उत्पादों को कौतूहुल की दृष्टि से देखते रहे और उनके बारे में जानकारी जुटाते रहे।
आकाश मिसाइल बनी आकर्षण का केंद्र
प्रदर्शनी में भारत में बनी आकाश मिसाइल सबके आकर्षण का केंद्र रही। डीआरडीओ द्वारा विकसित और भारत डायनेमिक्स द्वारा उत्पादित की जा रही यह मिसाइल जमीन से हवा में मार करती है। यह परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम है। इसके बाद भारत अग्नि सहित कई अन्य मिसाइल सिस्टम विकसित कर रहा है।
कोचिंग स्टूडेंट्स का संडे बना फन-डे
कोटा शहर में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिए आए कोचिंग विद्यार्थी भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनी देखने पहुंचे। प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक इन विद्यार्थियों के लिए यह बिल्कुल नया और प्रेरणादायी अनुभव रहा। इन विद्यार्थियों ने कहा कि यहां आने के बाद उन्होंने अनेक ऐसे हथियारों को देखा जिनके बारे में आजतक सुना भी नहीं था।
दस मीटर की दूरी से एके-47 की गोली बेअसर
प्रदर्शनी में एक स्टार्ट-अप ने विशेष प्रकार के कई हेलमेट प्रदर्शित किए हैं। स्टार्ट-अप का दावा है कि इन हेलमेट की खासियत है कि यह महज 10 मीटर दूर से चलाई गई एके-47 की गोली को भी बेअसर कर देते हैं। इन हेलमेट्स में कई तरह के अटैचमेंट और कैमरा लगा कर सैन्य ऑपरेशन को लाइव देखा जा सकता है।
दो किमी ऊंचे उड़ रहे ड्रोन का शिकार करती है ड्रोनम
मौजूदा समय में ड्रोन के बढ़ते नकारात्मक उपयोग को नियंत्रित करने के लिए एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी पर भी तेजी से काम हो रहा है। एक स्टार्ट-अप का दावा है कि उनकी एंटी ड्रोन गन ‘‘ड्रोनम‘‘ दो किमी ऊंचे उड़ रहे ड्रोन को किरणों के जरिए नकारा कर देगी। इसमें किसी प्रकार की गोली या अन्य हथियार की जरूरत नहीं पड़ेगी।
पीछा कर तबाह कर देगा लेजर गाइडेड बॉम्ब
प्रदर्शनी में ड्रोन के माध्यम से चलाए जाने वाले लेजर गाइडेड बॉम्ब को भी प्रदर्शित किया गया है। यह बॉम्ब ड्रोन में फिट किया जाता है और लेजर एमिटर से जुड़ा होता है। कंट्रोल रूम से ड्रोन को नियंत्रित कर रहा व्यक्ति निशाना चुनने के बाद लेजर के जरिए उस पर रोशनी डालता है इसके बाद यह बॉम्ब उस टार्गेट का पीछा कर उसे तबाह कर देता है।
हमने पहली बार टॉरपीडो देखा
प्रदर्शनी में एलेन कोचिंग की स्टूडेंट इशिका, आकांक्षा, इरतिबा और हुजेफा ने पहली बार टॉरपीडो देखा। उनका कहना था कि इससे पहले उन्होंने इस तरह के किसी हथियार के बारे में सुना तक नहीं था। जब उन्हें पता चला कि यह पानी के अंदर तेजी से आगे बढ़ते हुए जहाज और पनडुब्बी को डूबो देता है तो वह दंग रह गईं।
कॉम्पेक्ट जनरेटर, एक किलो एलपीजी में 20 यूनिट बिजली
प्रदर्शनी में एक ऐसा कॉम्पेक्ट जनरेटर प्रदर्शित किया गया है जो एक किलो एलपीजी गैस से एक घंटे में 20 यूनिट बिजली बनाता है। इसे सौर और पवन ऊर्जा से भी कैलीब्रेट किया जा सकता है। इस ऑल वैदर-ऑल टैरेन जनरेटर को सेना ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में काम में लेती है जहां बिजली की उपलब्धता नहीं होती। कोटा के उद्यमियों ने भी इसमें रूचि दिखाई है।
रक्षा प्रदर्शनी सोमवार को 12 बजे से
आयोजन के दूसरे दिन सोमवार को रक्षा प्रदर्शनी दोपहर 12 बजे से प्रारंभ होकर शाम 6 बजे तक चलेगी। इससे पूर्व सुबह 9 बजे से 12 बजे तक उद्घाटन कार्यक्रम तथा इंटरेक्टिव सेशन में आमंत्रित व्यक्तियों को ही प्रवेश दिया जाएगा।
एमएसएमई कॉन्क्लेव का उद्घाटन कल
आयोजन के तहत नेशनल एमएसएमई डिफेंस कॉन्क्लेव का शुभारंभ सोमवार सुबह 9 बजे होगा। दशहरा मैदान के श्रीराम रंगमंच परिसर में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला होंगे, अध्यक्षता रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट करेंगे। एमएसएमई कॉन्क्लेव के दौरान सुबह 11.30 बजे से इंटरेक्टिव सेशन आयोजित किया जाएगा, जिसमें भारतीय रक्षा उद्योग और उसमें एमएसएमई की भूमिका पर चर्चा होगी। इसमें एयरक्राफ्ट और रॉकेट इंजन बनाने के लिए विख्यात फ्रांस की साफरान, एयरोस्पेस क्षेत्र में विश्व की दिग्गज कंपनियों में एक अमरीका की लॉकहीड, प्रमुख विमानन कंपनी बोइंग सहित भारत फोर्ज, अशोक लेलैंड, लॉर्सन एंड टूब्रो जैसी कई कंपनियों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। कॉन्क्लेव के दौरान कोटा सहित सम्पूर्ण राजस्थान में स्टार्ट-अप्स को बूस्ट देने का भी प्रयास किया गया है। कॉन्क्लेव में दोपहर 3 बजे से स्टार्ट-अप सेशन का आयोजन होगा।