2000 रुपए का नोट बंद नहीं होगा, अटकलों पर बोले जेटली

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नई दिल्ली। क्या मोदी सरकार ने आरबीआई से 2000 रुपए के नए नोट की छपाई बंद करने को कहा है? बुधवार को यह सवाल सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने राज्यसभा में पूछा। वहीं, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मार्केट में अटकलें तो यह भी हैं कि सरकार 1000, 500 और 200 रुपए के सिक्के ला रही है।

विपक्ष ने इस मुद्दे पर वित्त मंत्री से सफाई मांगी। अरुण जेटली ने बताया कि 2000 रुपए का नोट बंद करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। हालांकि उन्होंने नए सिक्के शुरू करने पर कोई कमेंट नहीं किया। सिक्के आए तो हमें भी पर्स खरीदने होंगे…

सदन में किसने क्या कहा 

– अग्रवाल ने कहा- ”एक परंपरा रही है कि जब सेशन चल रहा होता है। सरकार अपने नीतिगत फैसलों की जानकारी सदन में देती है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को 2000 रुपए के नोट की छपाई बंद करने का ऑर्डर दिया है।

आरबीआई 2000 रुपए के 3.2 लाख नोट छाप चुकी है। जब एक नोटबंदी हो चुकी है तो इसकी जरूरत क्यों पड़ रही है। वित्त मंत्री को इस पर मुद्दे पर सफाई देनी चाहिए।”

– वहीं, विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है। मीडिया के मुताबिक, सरकार ने 2000 के नोट पर अटकलें चल रही है। बाजार में बहाने बनाकर नोट लेने से इंकार किया जा रहा है। लोगों के बीच 1000, 500 और 200 रुपए के सिक्के आने की भी अटकलें हैं। सरकार को इस बारे में सच्चाई बतानी चाहिए।

अगर सिक्के आए तो हमें भी इन्हें रखने के लिए बैग (पर्स) खरीदने होंगे। अभी तक तो हमारी बहनों के पास पर्स होते हैं। इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।

– जेडीयू सांसद शरद यादव ने कहा कि सरकार ने 2000 रुपए के नोटों को लेकर हालात साफ नहीं किए तो अफवाहों का बाजार गर्म होगा। यह देश अफवाहें खाता-पीता और अफवाहें ओढ़ता है।

लोग सबसे ज्यादा इन्हीं पर ध्यान देते हैं। वित्त मंत्री सच्चाई बताएं, वरना लोग नोट लौटाने लगेंगे।
कुरियन बोले- ये RBI का एक्शन है

– राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन पीजे कुरियन ने अग्रवाल के सवाल उठाने पर कहा कि नए नोटों की छपाई नहीं करना आरबीआई का एक्शन है।

– इस पर अग्रवाल बोले- ”नोटबंदी का फैसला तो सरकार ने लिया था, आरबीआई ने नहीं। बैंक के बोर्ड ने विरोध किया था, सरकार ने फिर भी नोटबंदी को लागू किया।”

– बता दें कि, मोदी सरकार ने 8 नवंबर, 2016 को नोटबंदी का फैसला लिया था। इसके बाद 1000 और 500 रुपए के पुराने नोट बैन कर दिए गए थे। इनकी जगह आरबीआई ने 500 और 2000 रुपए के नए नोट छापे और इन्हें सर्कुलेशन में लाया गया।