हिंडनबर्ग का भूत अडानी के पीछे पड़ा, कंपनी को 52 हजार करोड़ का नुकसान

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अमेरिका में बड़े निवेशकों से अब भी पूछताछ जारी

नई दिल्ली। अडानी समूह (Adani Group) पर अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) के खुलासे के पांच महीने बीत चुके हैं, लेकिन अब भी हिंडनबर्ग का भूत किसी न किसी रूप में गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनियों को परेशान कर रहा है। अडानी की कंपनी नई मुश्किल में फंस गई है। अमेरिका में अब अडानी के बड़े निवेशकों से पूछताछ हो रही है।

न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक न्यूयार्क ब्रूकलिन के अमेरिकी अटार्नी ऑफिस ने अडानी ग्रुप के बड़े शेयरहोल्डर्स से पूछताछ कर रही है । अडानी के निवेशकों पर अमेरिका में निगरानी बढ़ी तो अडानी के शेयर धड़ाम हो गए। अडानी के 10 के 10 शेयर लुढ़क गए। इन शेयरों में गिरावट के चलते एक ही झटके में कंपनी को 52,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

24 जनवरी को हिंडनबर्ग ने अडानी समूह को लेकर तमाम खुलासे किए थे। इन खुलासों के बाद निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए अडानी समूह ने विदेशों में रोडशो किया। लगा सब ठीक हो रहा है, लेकिन एक बार फिर से अडानी को बड़ा झटका लगा है। रोडशो के दौरान उन्होंने निवेशकों से बातचीत की थी। अब इसपर अमेरिकी नियामक की नजर पड़ी है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक न्यूयार्क ब्रूकलिन के अमेरिकी अटार्नी ऑफिस अडानी के बड़े निवेशकों से पूछ रही है कि उनकी अडानी समूह के क्या बातचीत हुई।

एक जांच अमेरिकी बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज भी कर रही है। अडानी ग्रुप की कंपनियों में लार्ज होल्डिंग रखने वाले यानी बड़े निवेशकों से अब पूछताछ की जा रही है। अमेरिका के न्यूयार्क स्थिति यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन अडानी समूह में पैसा लगाने वाले निवेशकों की जांच कर रहा है।

जांच एजेंसी इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आने के बाद अडानी समूह निवेशकों को कौन-कौन सी जानकारी दी है। अमेरिकी अटॉर्नी ऑफिस ने अडानी ग्रुप के बड़े शेयरधारकों और इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स से सवाल-जवाब शुरू कर दिया है।

आपको बता दें कि भारत में पहले से ही अडानी की कंपनियों की जांच चल रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अडानी की कंपनियों की निगरानी बढ़ा दी गई है। सेबी अडानी की कंपनियों की जांच कर रहा है। सेबी ने अडानी की कंपनियों की जांच को पूरा करने के लिए अतिरिक्त वक्त मांगा है।

गौरतलब है कि हिंडनबर्ग ने अडानी की कंपनियों पर शेयर मैनिपुलेशन और अकाफंटिंग फ्रॉड के आरोप लगाए हैं। अमेरिका में निवेशकों की जांच की खबर आते ही अडानी के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। अडानी इंटरप्राइजेज के शेयरों में 6 फीसदी, अडानी ट्रांसमिशन में 5 फीसदी समेत अडानी की सभी दस कंपनियों के शेयर में गिरावट दर्ज की गई।