सबसे बड़ी पेंटिंग ‘इवोल्यूशन ऑफ किचन’ जनता के लिए प्रदर्शित

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कोटा। मुस्कान, उत्सुकता और उम्मीद से भरे 300 से अधिक निर्धन बच्चों ने शुक्रवार को कोटा में सबसे बड़ी पेंटिंग ‘इवोल्यूशन ऑफ किचन’ का आहलुवालियाज़ ग्रेट मॉल में अनावरण किया। इस बड़ी पेटिंग को जनता को प्रदर्शित करने के लिए कोटा के एल्बर्ट आइन्सटीन सोसाइटी अनाथालय से 300 से अधिक निर्धन बच्चों को पेटिंग के अनावरण के लिए मेहमान के तौर पर आमंत्रित किया गया और उन्हें शहर के इस नए लैण्डमार्क को आधिकारिक रूप से उद्घाटन करने का अनूठा सम्मान दिया गया।

‘लाईव आर्ट एक्शन’ के तत्वावधान में बनी इस पेंटिंग में 7 मास्टर पीस शामिल हैं, जो लगभग 400 वर्गफीट क्षेत्रफल में रेखाकिंत किये गये हैं और इन सभी चित्रो में भारतीय रसोई के विकास की विभिन्न अवस्थाओं का चित्रण किया गया हैं। राजस्थानी कला में निपुण विशेषज्ञ कलाकारों ने रिकॉर्ड 10 दिन के अवधि में इस पेंटिंग को खूबसूरत तूलिकाओं से अंजाम दिया।

एक सप्ताह तक चले इस पेटिंग महोत्सव का आयोजन पारम्परिक राजस्थानी कला शैली में किया गया है। कोटा से कई लोगों ने इस पेटिंग में हिस्सा लिया। 200 प्रतिभागियों ने दिल्ली के ख्याति प्राप्त मास्टर आर्टिस्ट विवेक करमोकर के साथ पेंटिंग बनाने में अपना योगदान दिया और राजस्थानी कला के प्रति अपने तूलिकाओं से रंग-बिरगें रंगों से इस पेटिंग में रंग भरे।

पेंटिंग ‘इवोल्यूशन ऑफ किचन’ उन चीज़ों का चित्रण करती है जो भारतीय रसोई को खास बनाते हैं और बताती है कि हमारे सामाजिक एवं भौतिक जीवन में रसोई की क्या भूमिका रही है। इस अवधारणा को यूएस आधारित शोध एवं तकनीक कंपनी एमजीआरएम इंक द्वारा प्रस्तावित किया गया।

जीएमके के डायरेक्टर विकास आहलूवालिया ने बताया कि ‘‘संस्कृति जीवन का एक तरीका है जिसमें समाज के सभी सदस्य शामिल हैं। ‘लाईव आर्ट एक्शन’ का संचालन आम जनता द्वारा इस मॉल में किया गया और कोटा के इस नए लैण्डमार्क के अनावरण के लिए इस सोसायटी के बच्चों ने यहां आकर मुख्य अतिथि के तौर पर सम्मानित महसूस किया।

बच्ची रेशमा निराला जिसे रिब्बन काटने का मौका मिला, वह बेहद खुश थी। उसने कहा, ‘‘अब तक हमने सिर्फ ऐसी जगहों के बारे में सुना था लेकिन हमें यहां आने का मौका कभी नहीं मिला। हम सभी को वीआईपी जैसा अहसास हो रहा है, यह हमारे लिए एकदम नया अनुभव है।’’