यूपीआई से लेन-देन रिकॉर्ड 8.9 अरब के पार पहुंचा

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नई दिल्ली। अप्रैल में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) से लेन-देन मूल्य के हिसाब से 14.07 लाख करोड़ रुपये और मात्रा के हिसाब से 8.9 अरब पर पहुंच गया है। इसमें मार्च के 14.05 लाख करोड़ रुपये और 8.7 अरब की तुलना में क्रमशः 0.14 प्रतिशत और 2 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी हुई है।

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल के अंतिम 3 दिन में करीब 1.37 लाख करोड़ रुपये के 1 अरब लेन-देन हुए हैं। अप्रैल 2022 की तुलना में पिछले महीने में लेन-देन मात्रा के हिसाब से 59 प्रतिशत और मूल्य के हिसाब से 44 प्रतिशत बढ़ा है। अप्रैल 2022 में 558 करोड़ से ज्यादा लेन-देन हुए, जिनका मूल्य 9.8 लाख करोड़ रुपये था। मार्च की तेजी के बाद यूपीआई से लेन-देन की गति अप्रैल में भी जारी रही।

इसमें साल के अंत में होने वाले लेन-देन, खासकर निवेश संबंधी गतिविधियों, छोटी खरीद और ऑनलाइन भुगतान की भूमिका अहम रही। फरवरी में 12.35 लाख करोड़ रुपये के 7.5 अरब लेन-देन हुए थे।

इमीडिएट पेमेंट सर्विसेज (आईएमपीएस) से लेन-देन में अप्रैल में मामूली गिरावट आई है और यह मात्रा के हिसाब से 49.6 करोड़ और मूल्य के हिसाब से 5.21 लाख करोड़ रुपये रहा है। इसकी तुलना में मार्च 2023 में 5.46 लाख करोड़ रुपये का 49.7 करोड़ लेन-देन हुआ था।

अप्रैल में फास्टैग लेन-देन में मात्रा के हिसाब से 0.47 प्रतिशत की मामूली गिरावट आई है और यह 30.5 करोड़ रहा है। मार्च 2023 में यह 30.63 करोड़ रहा है। बहरहाल मूल्य के हिसाब में यह 2 प्रतिशत बढ़कर 5,149 करोड़ रुपये हो गया है। इस महीने में आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) में 7 प्रतिशत गिरावट आई है और यह 10.2 करोड़ रहगया है, जो मार्च 2023 में 10.97 करोड़ था। मूल्य के हिसाब से यह 3 प्रतिशत गिरकर अप्रैल में 29,640 करोड़ रुपये रहा है, जो मार्च में 30,541 करोड़ रुपये था।