भारत के खिलाफ F16 का इस्तेमाल कर फंसा पाकिस्तान, अमेरिका ने माँगा जवाब

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वॉशिंगटन। पाकिस्तान ने भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन करके अमेरिकी एफ-16 लड़ाकू विमान से हमला करने की नाकाम कोशिश की थी। इस मामले में अमेरिका सख्त हो गया है। उसने पाकिस्तान से जवाब मांगा है कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एफ-16 का दुरुपयोग क्यों किया।

स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा है कि भारत के खिलाफ अमरेकी एफ-16 विमान के संभावित दुरुपयोग पर पाकिस्तान से अमेरिका ज्यादा जानकारी चाहता है। यह एंड यूजर एग्रीमेंट का उल्लंघन है। स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता ने कहा कि हमें इन रिपोर्ट्स का पता है और हम इस मामले में ज्यादा जानकारी चाहते हैं। यह बात उन्होंने तब कही, जब भारत के साथ सीमा संघर्ष पर उनसे पूछा कि पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ एंड यूजर एग्रीमेंट का उल्लंघन किया है।

डिफेंस डिपार्टमेंट के एक प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल कोन फॉल्कनर ने कहा कि फॉरेन मिलिट्री सेल्स कॉन्ट्रेक्ट के नॉन-डिस्क्लोजर एग्रीमेंट के तहत हम एंड यूजर एग्रीमेंट पर ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते हैं। मगर, कोई फैसला करने या किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले तथ्यों को सत्यापित करना होगा । क्या पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ साइन किए गए एफ-16 के एंड यूजर एग्रीमेंट का उल्लंघन किया है।

बताते चलें कि 26 फरवरी को पाकिस्तान की तरफ से भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन किया गया था। पाकिस्तान की इस हिमाकत का जवाब देते हुए भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन ने मिग-21 विमान से एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था। इस मामले में अमेरिका ने पाकिस्तान सरकार से सवाल पूछा है कि उसने बिना अनुमति के एफ-16 विमान का प्रयोग सैन्य कार्रवाई के लिए क्यों किया।

अमेरिका ने कहा है कि एफ-16 विमान पाकिस्तान को आतंकी संगठनों पर हमले करने और अपना बचाव के लिए दिया गया था न कि सैन्य कार्रवाई के लिए। लिहाजा, एफ-16 विमान का इस्तेमाल अमेरिका के नियमों के मुताबिक ही होना चाहिए।

शुरू में तो पाकिस्तान ने भारत के दावे का खंडन करते हुए कहा था कि 27 फरवरी को पाकिस्तान से कोई एफ-16 विमान उड़ा ही नहीं था। इस पर भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने एफ-16 लड़ाकू विमान के मलबे को दिखाया था, जिसका कुछ हिस्सा भारत में गिरा था, जबकि शेष विमान का मलबा पाक अधिकृत कश्मीर में गिरा था।

इसके साथ ही भारत ने उस मिसाइल (AMRAAM) के टुकड़े को भी दिखाया था, जो एफ-16 विमान से दागी गई थी। इस मिसाइल के बारे में कहा गया था कि यह पाकिस्तान के सिर्फ एक ही विमान में फिट हो सकती है, जो एफ-16 ही है। इस बात पर अब अमेरिका ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए पाकिस्तान से सवाल किया है।