बाबरी ढांचा विध्वंस पर आज आएगा फैसला, सुरक्षा के घेरे में रामनगरी

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अयोध्या। बाबरी विध्वंस के फैसले को लेकर मुस्लिम इलाकों में भी कोई हलचल नहीं दिखी। आलमगंज कटरा, सुटहटी, कजियाना जैसे मुस्लिम मोहल्लों में लोग रोजमर्रा के कामों में जुटे रहे। बाबरी विध्वंस फैसले को लेकर न कहीं कोई चर्चा दिखी न कहीं कोई उत्सुकता। बाबरी विध्वंस को अपनी आंखों से देखने वाले मुस्लिम जरूर कुछ नाराज नजर आए और उन्होंने आरोपियों को सजा देने की भी मांग की, लेकिन यह भी कहते नजर आए कि अब ये सब पुरानी बातें हो गईं हैं इन्हें भूलना ही ठीक है।

तुलसी उद्यान के पास सिलाई की दुकान करने वाले मो. इस्लाम ने कहा कि उस समय जो हुआ वह ठीक नहीं था, जो दोषी रहे उन्हें कठोर सजा देनी चाहिए तथा जिनके यहां लोग मारे गए, नुकसान हुआ, सरकार उनके परिजनों को 50-50 लाख का मुआवजा दे। आलमगंज कटरा निवासी अफरोज बानो ने कहा कि उस समय की स्थिति याद करने पर दिल की धड़कन तेज हो जाती है, लेकिन अब वह स्थिति नहीं है। पहले वाली बात नहीं रही, हम हिंदुओं के यहां त्योहार में जाते हैं, हिंदू हमारे यहां त्योहार में आते हैं।

युवा मुस्लिम मो.वसी ने कहा हमने तो बाबरी विध्वंस की कहानी सुनी है, लेकिन हम उसको अब भूलना चाहते हैं। आज अयोध्या को विवाद नहीं, विकास की जरूरत है। राममंदिर बने हमें कोई ऐतराज नहीं, लेकिन अयोध्या में रोजगार के संसाधन जरूर बढ़ें। सुटहटी निवासी सुल्तान अंसारी ने भी कहा कि अब पुरानी बातों को याद करने से क्या फायदा, हम इस बात से खुश हैं कि सदियों का विवाद खत्म हो गया है। अब अयोध्या को नया स्वरूप मिलेगा। अयोध्या का विकास होना चाहिए।
 
रामलला के दरबार में 2200 ने लगाई हाजिरी
रामलला के दरबार में मंगलवार को भक्तों की भीड़ नजर आई। रामजन्मभूमि दर्शन मार्ग पर सुरक्षा में लगे जवान रामलला के भक्तों को मास्क लगाकर मंदिर जाने की हिदायत देते नजर आए। मंगलवार को दोनों पालियों को करीब 2200 श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए। पहली पाली में जहां करीब 950 तो वहीं दूसरी पाली में 1250 श्रद्धालुओं ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई।

प्रवेश मार्गों पर बढ़ाई गई सतर्कता
बाबरी विध्वंस मामले में आज आने वाले फैसले को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। प्रवेश मार्गों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार को बिना चेकिंग के कोई भी व्यक्ति अयोध्या में प्रवेश नहीं कर पाएगा। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। रामकोट सहित संपूर्ण अयोध्या की सुरक्षा सख्त कर दी गई है। सादी वर्दी में भी भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। किसी भी प्रकार के आयोजन, नारेबाजी, भाषण, जुलूस आदि की कोई इजाजत नहीं है, जनपद में धारा 144 लागू है। जो भी इसका उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-दीपक कुमार, डीआईजी/एसएसपी