कोरोना पॉजिटिव: राजस्थान में पहले नंबर पर कोटा, एक ही दिन में 314 केस

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कोटा। देश के साथ राजस्थान में भी कोरोना संक्रमण धीरे धीरे कम हो रहा है, लेकिन कोटा में स्थिति इसके उलट है। जिले में पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़ने लगी है। पिछले कुछ दिनों में कभी-कभी जयपुर से भी ज्यादा मामले कोटा में रिपोर्ट हुए हैं। एक्टिव केस के मामले में कोटा ने जयपुर को भी पीछे छोड़ दिया है। गुरुवार को 314 एक्टिव केस के साथ अब कोटा पहले स्थान पर पहुंच गया है।

प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस अब कोटा जिले में है। स्टेट से जारी रिपोर्ट में गुरुवार को कोटा में 314 एक्टिव केस बताए गए है। जबकि जयपुर 295 एक्टिव केस के साथ दूसरे नम्बर पर खिसक गया है। जोधपुर व जयपुर में मरीज रिकवर्ड हो रहे है। लेकिन कोटा में रिकवरी की रफ्तार धीमी हुई है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की मानें तो इनमें पोस्ट कोविड मरीजों की संख्या ज्यादा है।

गुरुवार को कोटा के सरकारी व निजी अस्पताल में 33 मरीज भर्ती थे। इनमें 24 मरीज कोविड अस्पताल थे। जिनमें 4 पॉजिटिव व 20 नेगेटिव व सस्पेक्टेड शामिल है। 24 मेंसे 19 मरीजों को ऑक्सीजन पर व 2 बाइपेप पर है।

कोटा जिला पॉजिटिव केस के मामले में प्रदेश में चौथे नम्बर है। जयपुर,जोधपुर व अलवर के बाद सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस कोटा में रिपोर्ट हुए है। जबकि जयपुर,जोधपुर, अजमेर के बाद सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित 169 मरीजों की मौत कोटा में हुई है। कोटा में डेथ रेट 0.84 प्रतिशत है।

रिकवरी 97.57 प्रतिश
कोटा में 6 अप्रैल 2020 को पहला पॉजिटिव केस आया था। उसके बाद धीरे धीरे कोरोना संक्रमण फैलता गया। शहर के हर हिस्सों से संक्रमित मरीज मिले थे। वर्तमान में 19 हजार 885 पॉजिटिव मेंसे 19 हजार 402 लोग रिकवर्ड हो चुके। यानि कोटा में रिकवरी प्रतिशत 97.57 पहुंच गया है। जबकि जयपुर में रिकवरी 98.62 व जोधपुर में 99 प्रतिशत है।

माइग्रेशन हो रहा: सीएमएचओ
सीएमएचओ डॉ. बीएस तंवर ने बताया कि जहां बाहर से लोग आते है वहां संक्रमण में उतार चढ़ाव होता है। यानि माइग्रेशन बढ़ने से पॉजिटिविटी भी बढ़ती है। कोचिंग खुल गई है। देशभर से लोग आ रहे है। स्टूडेंट्स के साथ पेरेंट्स भी आ रहे है। इस कारण माइग्रेशन काफी हो रहा है। यही भी एक कारण हो सकता है।