कोटा समेत 6 रेलवे स्टेशनों पर केवल रेल नीर ही बिकेगा

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कोटा। कोटा सहित पश्चिम मध्य रेलवे के 6 रेलवे स्टेशनों पर केवल रेल नीर ही बिकेगा। इस बारे में रेलवे बोर्ड के सर्कुलर के आधार पर जोन मुख्यालय से आदेश जारी किए जा चुके हैं। अभी तक केवल बड़े स्टेशनों व नामी ट्रेनों में ही रेल नीर बेचने के आदेश थे।

रेलवे स्टेशनों पर करोड़ों रुपये के बोतलबंद पानी का खेल रोकने के लिए रेलवे बोर्ड ने 30 मई को सर्कुलर जारी कर कहा है कि अब रेलवे स्टेशनों तथा ट्रेन में केवल रेल नीर ही यात्रियों को उपलब्ध करवाया जाए। रेलवे के कॉमर्शियल विभाग को इसे सुनिश्चित करने को कहा गया है।

इसके पहले रेलवे बोर्ड ने 4 अप्रैल 2018 को रेल नीर बिक्री को लेकर सर्कुलर जारी किया था। इसमें सभी राजधानी, दुरंतो, मेल एक्सप्रेस, जनशताब्दी सहित मेल एक्सप्रेस तथा बड़े स्टेशनों पर रेल नीर बेचने का आदेश जारी किया गया है।

नए आदेश के बाद अब स्टेशनों तथा ट्रेनों में सिर्फ रेल नीर ही उपलब्ध होगा। पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा, भोपाल, इटारसी, जबलपुर, कटनी व बीना रेलवे स्टेशनों पर रेल नीर बेचने के आदेश हो चुके हैं। इन सभी स्थानों पर भोपाल स्थित प्लांट से बोतलें सप्लाई की जाएंगी।

सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर रेल नीर की बिक्री को बढ़ावा दिया जाएगा। लेकिन इसके लिए प्राॅपर सप्लाई होना आवश्यक है। रेलवे बोर्ड व मुख्यालय के आदेश की पालना की जाएगी।

रेल नीर नहीं मिलने की राेज आती हैं शिकायतें
कोटा में रेल नीर नहीं मिलने की रोजाना 5 से 10 शिकायतें रेल प्रशासन को मिलती रहती हैं। लेकिन अब कोटा रेलवे स्टेशन की लगभग 18 स्टाॅल व 18 ट्राॅली पर रेल नीर बेचना सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी कॉमर्शियल विभाग की होगी। रेलवे स्टेशनों तथा चलती ट्रेनों में पानी के बोतल पर मुनाफे का खेल वर्षों से चलता आ रहा है। स्टेशन का स्टाॅल हो या ट्रेन रेल नीर की जगह यात्रियों को अन्य कंपनियों का पानी लेना पड़ता था। पेंट्रीकार के ठेकेदार भी अन्य कंपनियों का पानी बेचते थे।

स्टेशनों के वाटर कूलर बंद क्यों
स्टेशनों पर प्राइवेट कंपनियों के बोतल बंद पानी की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए स्टेशनों पर लगी स्टाल्स संचालक स्टेशनों के वाटर कूलर तक बंद कर देते हैं। रेलवे के अधिकारी इस सत्य को जानते हुए भी कोई कार्रवाई नहीं करते।