कोटा में आयकर छापा: सुबह होते-होते 90 करोड़ की काली कमाई उजागर

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कोटा। कोटा में दो व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर आयकर छापे में शनिवार को सुबह होते-होते 90 करोड़ की काली कमाई उजागर हुई है। जबकि, शुक्रवार रात तक 50 करोड की अघोषित आय उजागर हो चुकी थी। इसके अलावा करीब सवा कराेड़ की नकदी भी मिली है। दाेनाें ग्रुप में कराेड़ाें रुपए की हेरफेर और नकदी में काराेबार करने का खुलासा हुआ है।

इनकम टैक्स विभाग की अन्वेषण शाखा की काेटा के दाे बड़े ग्रुप और उनके पार्टनराें के ठिकानों पर छापेमारी में शुक्रवार रात तक करीब 15 ठिकानों पर ये कार्रवाई चल रही थी। आयकर विभाग ने गुरुवार काे एसपीएस फ्रेंड्स ग्रुप व साधवानी-राेहिड़ा ग्रुप के काेटा, बारां और अकलेरा के 37 ठिकानाें पर छापेमारी की थी।

फ्रेंड्स ग्रुप रियल एस्टेट व ठेकेदारी से जुड़ा हुआ है, जबकि राेहिड़ा ग्रुप का प्लाइवुड, टिंबर व फाइनेंस बिजनेस है। टीमाें ने दाेनाें समूहों के संचालकों बंसीलाल साधवानी, जितेन्द्र साधवानी, अमित राेहिड़ा, राजेश राेहिड़ा, महेश रोहिड़ा, प्रकाश राेहिड़ा, मदन मोहन, शैलेन्द्र गुप्ता और पराशर जैन के आवासों पर भी छापे मारे थे।

अकलेरा में पेपर मिल से 110 किलाे चांदी मिली है। साधवानी-राेहिड़ा ग्रुप के यहां करीब 65 कराेड़ का हेरफेर मिला है। इसमें कच्ची पर्ची पर माल बेचना, हाॅस्टल संबंधी दस्तावेज, उनकी आय , कई प्रकार के खर्च के फर्जी बिल आदि मिले हैं। फ्रेंड्स ग्रुप पर 15 कराेड़ की अघाेषित आय का पता चला है।

इसी ग्रुप के एक मेंबर की कंपनी डायनामिक इंजीनियरिंग से 25 कराेड़ के बाेगस बिल मिले हैं। इनके पास फर्जी खर्चे के बिल सहित अहम दस्तावेज के अलावा कई प्लाॅट और मकान के दस्तावेज मिले हैं। साधवानी ग्रुप की संपत्ति का आंकलन चल रहा है।

एससी-एसटी से भी जमीन खरीदने के दस्तावेज मिले: आयकर विभाग काे एसपीएस ग्रुप के पास के कुछ जमीनाें के दस्तावेज मिले हैं, जाे एससी-एसटी की हैं। यह बेनामी संपत्ति है और इसके आधार पर इन पर बेनामी संपत्ति कानून के तहत कार्रवाई हाे सकती है।

गुप्त लाॅकर में रखेे हुए थे दस्तावेज: वहीं कुछ घराें में गुप्त अलमारियां भी मिली हैं। कई मकान और जमीनों के दस्तावेज मिले हैं। 15 लाॅकर भी खाेले गए हैं। इनमें भी संपत्तियाें के दस्तावेज मिले हैं। ज्वैलरी की कीमत का आंकलन किया जा रहा है। कार्रवाई शनिवार रात तक पूरी हाेगी।