इन्फोसिस को 5% बढ़ोतरी के साथ 3802 करोड़ रु का प्रॉफिट

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नई दिल्ली। इन्फोसिस के लिए जून 2019 में समाप्त तिमाही के नतीजे अच्छे रहे। देश की दूसरी बड़ी आईटी कंपनी वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही के दौरान 5.2 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 3,802 करोड़ रुपए का प्रॉफिट दर्ज किया। वहीं कंपनी ने 13.9 फीसदी की बढ़त के साथ 21,803 करोड़ रुपए का रेवेन्यू अर्जित किया।

इन्फोसिस के सीईओ और एमडी सलिल पारेख ने एक बयान में कहा, ‘सालाना आधार पर कॉन्स्टैंट करंसी ग्रोथ 12.4 फीसदी रहने के साथ हमारे लिए वित्त वर्ष 2020 की शुरुआत मजबूत रही। वहीं डिजिटल रेवेन्यू 41.9 फीसदी बढ़ा।

ऐसा लगातार क्लाइंट पर केंद्रित रणनीति और निवेश से ही संभव हुआ। इससे हमारे क्लाइंट्स के साथ रिलेशंस को मजबूती मिली।’ उन्होंने कहा कि मजबूत प्रदर्शन के चलते हम वर्ष के लिए रेवेन्यू गाइडैंस 7.5-9.5 फीसदी से बढ़ाकर 8.5-10 फीसदी कर रहे हैं।

रिजल्ट की मुख्य बातें
-इन्फोसिस ने कहा कि कंपनी वित्त वर्ष 2020 से सेमी एनुअल डिविडेंड, बायबैक और स्पेशल डिविडेंड के माध्यम से 5 साल के दौरान अपना 85 फीसदी फ्री कैश फ्लो शेयरहोल्डर्स को लौटाएगी।
-डॉलर में देखें को वित्त वर्ष की पहली तिमाही में रेवेन्यू 2.3 फीसदी बढ़ा, जबकि कॉन्स्टैंट करंसी में इसमें 2.8 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
-तिमाही के दौरान डिजिटल रेवेन्यू सालाना आधार पर 41.9 फीसदी की बढ़त के साथ 111.9 करोड़ डॉलर रहा, जो कुल रेवेन्यू का 35.7 फीसदी है। वहीं कॉन्स्टैंड करंसी पर देखें को पिछली तिमाही यानी जनवरी-मार्च, 2019 की तुलना में इसमें 8.6 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
-वित्त वर्ष 2020 के लिए ऑपरेटिंग मार्जिन गाइडैंस रेंज 21-21 फीसदी के स्तर पर बरकरार रखी गई है।