इंवेस्ट समिट से लौटे उद्यमियों ने कहा, हवाई सेवा के बिना कोटा का विकास संभव नहीं

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कोटा। हवाई सेवा के बिना कोटा का औद्योगिक विकास संभव नहीं। कोटा व्यापार महासंघ की ओर से शनिवार को छावनी स्थित एक रेस्टोरेंट पर आयोजित टॉक शो में उद्यमियों ने यह राय व्यक्त की। इस दौरान शहर में बंद हो रहे उद्योगों को लेकर भी उद्यमियों ने चिंता जताई।

महासंघ के महासचिव एवं दी एसएसआई एसोसिएशन के सलाहकार अशोक माहेश्वरी ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से कोटा के औद्योगिक विकास की गति पूरी तरह से थम सी गई है जिसमें सैकड़ों उद्योग बंद हो चुके हैं। कोटा स्टोन की 1000 इकाइयों में से आज सिर्फ 50 ही कार्यरत हैं। यूक्रेन और रूस युद्ध के कारण हजारों करोड़ का सेंड स्टोन जो पूरे विश्व में निर्यात किया जाता है वह भी ठप्प हो गया है।

उन्होंने बताया कि कई वर्षों से कोटा में किसी भी प्रकार का कोई भी वृहद उद्योग स्थापित नहीं हुआ है। पूर्व स्थापित उद्योग बंद हो गए हैं। बंद होते उद्योगों के चलते उद्यमियों ने अपने उद्योगों में गोदाम एवं हॉस्टल बना लिए हैं, लेकिन सरकारी स्तर पर इन पर कई तरह की पाबंदियां इसमें लगा दी गई हैं। उद्यमियों ने अपनी रोजी-रोटी के लिए अपने व्यवसाय की गतिविधियों को बदला था, लेकिन रीको द्वारा इजाजत नहीं मिलने से उनको बैंकों से ऋण व अन्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।

उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना 2019 के तहत कई उद्यमियों ने सब्सिडी एवं ब्याज के आधार पर नए उद्योगों की स्थापना की। उन्हें सरकार ने छूट का लाभ नहीं दिया। इन्वेस्ट राजस्थान समिट 2022 में भाग लेकर लौटे कोटा रिजन ट्रेक्टर डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मूंदड़ा ने कहा कि राजस्थान बजट में टूरिज्म एवं होटल को इंडस्ट्रीज का दर्जा दिया गया है, जिसको सभी विभागों ने मान लिया है, लेकिन रीको ने नहीं माना है।

व्यावसायिक क्षेत्र घोषित करें: उन्होंने कहा कि कोटा का इंद्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र पूरी तरह से शहर के मध्य में आ चुका है। यहां पर भामाशाह मंडी, कोचिंग, हॉस्टल, ऑटोमोबाइल जोन सहित सैकड़ों व्यावसायिक गतिविधियां संचालित हो रही हैं। राज्य सरकार इस क्षेत्र को औद्योगिक एवं व्यावसायिक क्षेत्र घोषित करें।

हाड़ोती कोटा स्टोन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष राजेश गुप्ता, खादी ग्राम उद्योग संघ के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार जैन, कोटा स्टोन ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीके गुप्ता और सचिव हरीश प्रजापति ने कहा कि राजस्थान में विकास के कार्य हो रहे हैं। खासकर कोटा में बहुतायात में पर्यटन की दृष्टि से विकास के कार्य चल रहे हैं, लेकिन विश्व प्रसिद्ध कोटा स्टोन एवं सैण्ड स्टोन का उपयोग इन कार्यों में नहीं किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इसे रेलवे स्टेशनों के साथ-साथ हवाई अड्डे एवं सार्वजनिक स्थानों पर भी यह पत्थर लगाया जाना चाहिए। इससे लाखों लोगों का रोजगार एवं व्यवसाय जुड़ा हुआ है। सरकार को इस उद्योग को मंदी से उबारने के लिए राज्य स्तर पर कोटा स्टोन को लगाने का निर्णय किया जाना चाहिए।

जनरल इंडस्ट्री सप्लायर्स संघ के अध्यक्ष भगवान न्याती, सचिव महावीर जैन, स्टोन कांट्रेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन सूद ने बताया कि जयपुर में आयोजित इन्वेस्ट राजस्थान समिट 2022 में कोटा के उद्यमियो ने भी भाग लिया था। कोटा में हुए इन्वेस्ट राजस्थान समिट में भी उद्यमियों ने भाग लिया था। पूरी मन्शा बनाई थी कि कोटा का औद्योगिक विकास हो।

हवाई सेवा के बिना बड़े उद्योग नहीं: सभी वक्ताओं ने कहा कि कोटा में औद्योगिक विकास का इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह से तैयार है। कल के सम्मेलन में देश के बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने भाग लिया लेकिन, कोटा में वृहद उद्योग स्थापित करने की कोई भी बडे उद्योगपति ने इच्छा जाहिर नहीं की। क्योंकि कोटा में हवाई सेवा नहीं है। काफी समय से शहर के व्यापार, उद्योग एवं कोचिंग को बढ़ावा देने के लिए कोटा में हवाई सेवा की जरूरत महसूस की जा रही है।

ट्रांसपोर्ट नगर का विकास नहीं: कोटा ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर संघ के अध्यक्ष मनीष बंसल ने कहा कि शंभूपुरा में नगर विकास न्यास ने नया ट्रांसपोर्ट नगर बना दिया, लेकिन इस क्षेत्र में हवाई अड्डे की स्थापना के बिना ट्रांसपोर्ट नगर का विकास असंभव है ।

माहेश्वरी ने बताया कि महासंघ इन सभी विषयों को लेकर कोटा के राजस्थान के मुख्यमंत्री, स्वायत्त शासन मंत्री, लोक सभा अध्यक्ष, केंद्रीय उद्योग मंत्री , और रेल मंत्री को ज्ञापन भेजकर कोटा का पक्ष मजबूती से रखेगा ।