इंटेक विरासत संरक्षण के प्रति अपनी गतिविधियों को तेज करेगी

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कोटा। भारतीय राष्ट्रीय कला एवं सांस्कृतिक विरासत ट्रस्ट (INDIAN NATIONAL TRUST FOR ART AND CULTURAL HERITAGE) के तत्वावधान में विश्व विरासत दिवस पर गुरुवार शाम को किशोर सागर तालाब का भ्रमण किया गया एवं ऐतिहासिक जग मंदिर में बैठक आयोजित कर सदस्यों ने विरासत संरक्षण के प्रति इंटेक की गतिविधियों को तेज करने का निर्णय लिया गया।

इंटेक (INDIAN NATIONAL TRUST FOR ART AND CULTURAL HERITAGE) के को -कन्वीनर बहादुर सिंह हाडा ने बताया कि इंटेक विरासत संरक्षण के तहत तालाबों के पुनर्जीवन के प्रयासों पर काम कर रहा है। पिछले दिनों थर्मल प्रशासन के साथ बैठक आयोजित कर चम्बल संरक्षण की योजना पर चर्चा की। चंबल नदी के संरक्षण के लिए प्रदूषण मुक्त करने के लिए इंटेक हर अभियान में सहयोग दे रहा है।

प्राकृतिक विरासत प्रकोष्ठ के संयोजक बृजेश विजयवर्गीय ने पिछले 20-25 सालों में हुई इंटेक एवं प्रकृति प्रेमियों के सहयोग से मुकुंदरा टाइगर रिजर्व, रामगढ़ टाइगर रिजर्व, अभेडा महल एवं बायोलॉजिकल पार्क ,सोरसन में गोडावण संरक्षण तथा स्मृति वन के उत्थान की कोशिशों पर प्रकाश डाला। चंबल एवं किशोर सागर में गंदे नालों से हो रहे प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की गई।

इस अवसर पर नए सदस्यों डॉक्टर एकता धारीवाल एवं शिक्षाविद रमेश विजय, गौरव चौरसिया आदि का भी स्वागत किया गया। वरिष्ठ सदस्य मेघनाथ सिंह तमूरा एवं अभय सिंह तंवरान तथा वरिष्ठ लेखक पत्रकार धीरेंद्र राहुल ने इंटक की कार्य योजना के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

इंजीनियर रवि जैन ने चंबल शुद्धिकरण के लिए गंदे नालों के ट्रीटमेंट नहीं होने पर कार्य योजना को लेकर सवाल उठाए। शिवराज सिंह नागदा, डॉक्टर सुषमा आहूजा, एएच जैदी एवं डॉक्टर राजकुमार जैन, पीएस जैन, बनवारी यदुवंशी, उर्वशी शर्मा आदि ने पर्यटन महत्व के एवं धार्मिक पर्यटन पर विचार व्यक्त किए।