UPI ट्रांजेक्शन अक्तूबर में रिकॉर्ड स्तर पर रहा, आंकड़ा 100 अरब डॉलर के पार

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नई दिल्ली। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने सोमवार को जारी किए अपने ताजा आंकड़ों में बताया कि भारत में अक्तूबर में यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के माध्यम से 4.2 अरब डॉलर लेन-देन हुआ है, जो इस भुगतान मंच का अब तक का रिकॉर्ड है। त्योहारी सीजन पर लोगों द्वारा ई-कॉमर्स मंचों के जरिए की जा रही खरीदारी से इसे और रफ्तार मिली है। मूल्य के हिसाब से देखें तो इस मंच से 100 अरब डॉलर या 7.71 लाख करोड़ रुपये से ऊपर का लेन-देन अक्तूबर में हुआ है, यह भी यूपीआई से लेन-देन का अब तक का सर्वकालिक उच्च स्तर है।

 सितंबर महीने की अगर बात करें तो यूपीआई के माध्यम से करीब 3.65 अरब ट्रांजेक्शन के जरिए 6.54 लाख करोड़ रुपये का डिजिटल पेमेंट दर्ज किया गया था। ऐसे में मासिक आधार पर नजर डालें तो यूपीआई से ट्रांजेक्शन में अक्तूबर महीने में सितंबर की तुलना में 15 प्रतिशत और मूल्य के आधार पर 18.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 

यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ने लोगों के लेन-देन के तरीके को बेहद आसान बनाने का काम किया है। यूपीआई दसअसल, एक अंतर बैंक फंड ट्रांसफर की सुविधा है। इसके माध्यम से स्मार्टफोन पर फोन नंबर और वर्चुअल आईडी की मदद से ग्राहक आसानी से लेन-देन करते हैं। इसकी शुरुआत 2016 में हुई थी और देखते ही देखते इसने लोगों के पेमेंट के तरीके को असान बना दिया और इसका अंदाजा डिजिटल पेमेंट में लगातार आ रही तेजी से लगाया जा सकता है। 

डिजिटल लेन-देन में ये रहे प्रमुख
देश में जिस तेजी के साथ ऑनलाइन खरीदारी बढ़ी है उसी रफ्तार से डिजिटल पेमेंट की सुविधा देने वाले वॉलेट और ऐप भी उपलब्ध हुए हैं। हालांकि, फिलहाल डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में वर्चस्व की बात करें तो फोन-पे, गूगल पे और पेटीएम डिजिटल पेमेंट के लिए सबसे पसंदीदा जरिया बने हैं। जहां फोन-पे ने सितंबर में 3.06 लाख करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन रजिस्टर किया है, वहीं गूगल पे के जरिए 2.5 लाख करोड़ रुपये के डिजिटल ट्रांजैक्शन किए गए हैं।