Ravan Dahan Kota 2023: जला रावण का अहंकार, राख हुआ दशानन

97

नाभि कलश में तीर चलाकर किया वध, परंपरागत रीति रिवाज से किया रावण दहन

कोटा। Ravan Dahan Kota 2023: नगर निगम कोटा की ओर से आयोजित राष्ट्रीय मेला दशहरा- 2023 के तहत रावण के कुनबे का मंगलवार रात को परंपरागत तरीके से दहन हुआ। भगवान लक्ष्मीनारायणजी की सवारी और लाव लश्कर के साथ पहुंचे कोटा रियासत के पूर्व महाराव इज्यराज सिंह ने पूजा-अर्चना के बाद रावण की नाभि के अमृत कलश को तीर से भेदा। इसके बाद देखते ही देखते अहंकारी रावण का कुनबा भस्म होता चला गया।

रावण दहन के दौरान लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। आतिशी धमाकों के साथ रावण का कुनबा खाक हो धराशाही हो गया। विजयश्री रंगमंच पर करीब पौन घंटे रंगीन आतिशबाजी हुई। लोगों ने इन यादगार पलों को कैमरों में भी कैद किया।

इससे पहले दिनभर तेज धूप में रावण कुनबा मैदान में डटा रहा। शाम होते होते सूर्य देव भी बादलों की ओट में जा छिपे। 75 फीट रावण व 50-50 फीट के कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों ने दहन से पहले मैदान में गर्दन घुमाना, तलवार चलाने के करतब दिखाए व खूब अट्टहास किया।

गढ़ पैलेस में दरीखाने की रस्म के बाद भगवान लक्ष्मीनारायण जी की सवारी दशहरा मैदान पहुंची। वहां पूर्व महाराव इज्येराज सिंह ने सीता माता के पाने ज्वारे की पूजा की। रावण के अमृत कलश पर तीर चलाया। पूर्व महाराज इज्यराज सिंह के अमृत कलश फोड़ने के साथ ही 8.07 बजे रावण के कुनबे का दहन शुरू हुआ।

उसके बाद एक-एक करके पुतलों का दहन किया गया। पुतलों में आग लगते ही दहन स्थल पर मौजूद हर शख्स के हाथ में मोबाइल कैमरे जगमगा उठे। सबसे पहले कुंभकर्ण के पुतले को आग लगाई गई। उसके बाद मेघनाद के पुतले को आग लगाई। अंत में रावण का पुतले को आग लगाई गई।

इस बार ग्रीन आतिशबाजी के रंगीन नजारों के साथ अहंकारी रावण का कुनबे सहित दहन हुआ। सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त रहे। आतिशबाजी भी रिमोट से नियंत्रित करते हुए चलाई गई। जिससे दर्शकों का रोमांच सातवें आसमान पर पहुँच गया।

इस बार तीनों पुतलों के दहन के साथ ही आतिशबाजी भी की गई। जबकि पिछले सालों में केवल रावण के पुतले को जलाने के साथ ही आतिशबाजी होती थी। दहन के बाद होने वाली आतिशबाजी ने भी काफी देर तक दर्शकों को बांधे रखा।

रथ पर सवार होकर दिया मूछों को ताव
रावण के वध से पहले अट्टहास करते हुए रावण ने पूरा दशहरा मैदान गूंजा दिया। इस बार रावण रथ पर सवार होकर मखमली मूछों को ताव देता रहा। बार बार युद्ध के लिए ललकारते हुए रावण परम्परा के अनुसार दुर्गति को प्राप्त हुआ।

थ्री डी लुक में नजर आया रावण
इस बार रावण का पुतला रथ पर सवार नजर आया। रावण खड़ा होने के बाद उसकी झालर कुर्ते की तरह हिलती हुई नजर आ रही थी। इसकी सजावट में थ्री डी इफेक्ट डाला गया था। जो हर तरफ से एक सा नजर आ रहा था। वहीं हर बार की तरह रावण गर्दन घुमाने, तलवार चलाने, पलकें हिलाने, होंठ हिलाने जैसे मूवमेंट भी किए।

रावण दहन देखने उमड़ी भीड़
रावण के दहन को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग मेला मैदान पहुंचे। दहन से पूर्व हर कोई पुतले के साथ सेल्फी लेने की होड़ में था। छोटे बच्चे पिता के कंधे पर बैठकर दहन देख रहे थे। पुलिस के भी व्यापक प्रबंध किए गए थे।