साइंस फेयर एग्जीबिशन में 546 स्टूडेंट्स ने बनाए 212 इनोवेटिव मॉडल्स

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एलन पीएनसीएफ ‘सृजन’ में दिखे नवाचार

कोटा। Science Fair Exhibition: एलन प्री नर्चर कॅरियर फाउंडेशन डिवीजन (पीएनसीएफ) की ओर से मंगलवार को साइंस फेयर एग्जीबिशन ‘सृजन’ जवाहर नगर स्थित सत्यार्थ कैम्पस में आयोजित किया गया। यहां साइंस के विभिन्न सिद्धांतों और आधुनिक विज्ञान का उपयोग करते हुए आमजन के जीवन को सुगम बनाने के लिए मॉडल्स तैयार किए गए।

एक्जीबिशन में कक्षा 6 से 10 के 546 से ज्यादा विद्यार्थियों ने 212 मॉडल्स का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सिद्धार्थ सेठी, एलन के वाइस प्रेसिडेंट रजनीश सोगानी, पीएनसीएफ हेड वाइस प्रसीडेंट अमित गुप्ता, वाइस प्रसीडेंट नीतेश शर्मा एवं अकादमिक हेड आरके खंगार ने श्रेष्ठ मॉडल्स प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

एलन के वाइस प्रेसिडेंट एवं पीएनसीएफ हेड अमित गुप्ता ने बताया कि विद्यार्थियों में साइंस विषय के प्रति रुचि पैदा करने तथा आम जीवन में विज्ञान के उपयोग से जागरूक करने के उद्देश्य में इस साइंस फेयर का आयोजन किया गया था। फेयर में विद्यार्थियों ने चंद्रयान, सोलर सिस्टम, वाटर प्यूरिफिकेशन, लेजर लाइट सिक्यूरिटी सिस्टम, हाइड्रोलिक ब्रिज, ग्लोबल वार्मिंग, बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक एवं हार्ट मॉडल सहित विभिन्न मॉडल्स को प्रस्तुत किया गया।

ये विद्यार्थी रहे विजेता
कक्षा 6 से 10 के विद्यार्थियों के लिए आयोजित एक्जीबिशन में प्रत्येक कक्षा में ए व बी दो वर्ग थे। कक्षा 6 में ए वर्ग में शानवी वत्स, बी वर्ग में समर्थ कुमार रोहित एवं वेदांत पांडे विजेता रहे। कक्षा 7 में ए वर्ग में जयेन्द्र और बी ग्रुप में सावी बालयान, मनी शिखा शर्मा, अदिति आर्य एवं कृतिका सेठी की टीम विजेता रही। कक्षा 8 में ए वर्ग में सौरव कुमार एवं बी वर्ग में रियांश शाक्य, हर्ष मीणा, लक्ष्य थोरेचा एवं निर्मित अग्रवाल की टीम, कक्षा 9 में ए वर्ग में अनन्य पोरवाल, बी वर्ग में जपनीत कौर जबकि कक्षा 10 में ए वर्ग में अथर्व देव, कविश शर्मा और बी वर्ग में आर्यवर्धन, अंश भारद्वाज एवं रिदम मंडिया विजेता रहे।

जल शुद्धिकरण मॉडल
कक्षा 7 में अध्ययनरत नव्या कुमारी, रूचि कुमारी ने जल शुद्धिकरण का मॉडल प्रस्तुत किया। उन्होंने पानी को किस तरह शुद्ध किया जा सकता है और उसके मिनरल्स को भी खत्म होने से रोका जा सकता है। इसमें पत्थरों, कंकड़ एवं रेत डालकर फिल्टर का तरीका बताया। इस विधि के माध्यम से काफी कम समय में घर पर आसानी से पानी को शुद्ध किया जा सकता है।

इंटरनेट ऑफ थिंग्स
छात्रा जपनीत कौर ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स का मॉडल प्रस्तुत किया। इन्होंने बताया कि यदि घर से बाहर हैं और बिजली के उपकरण बंद करना भूल गए हैं तो दूर बैठकर मोबाइल से उन उपकरणों को बंद किया जा सकता है। क्योंकि वर्तमान में बिजली उपकरण जैसे टीवी, एसी, फ्रिज आदि को आसानी से इंटरनेट से कनेक्ट किया जा सकता है। ऐसे में दूर बैठकर भी इन्हें कंट्रोल किया जा सकता है।