Mathi Price: घटे भावों पर मेथी का स्टॉक करना लाभ का सौदा होगा, जानिए कैसे

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नई दिल्ली। Mathi Price: विगत कुछ समय से मेथी की कीमतों में गिरावट बनी हुई है। मगर सूत्रों का कहना है कि अब मेथी की कीमतों में गिरावट रुकनी चाहिए। क्योंकि पैदावार कम होने के कारण अब मंडियों में आवक घटनी शुरू हो गई है।

उल्लेखनीय है कि गत वर्ष देश में मेथी का उत्पादन 18 से 20 लाख क्विंटल रहा था जोकि चालू सीजन में घटकर 16 से 17 लाख क्विंटल रह जाने के अनुमान है। उल्लेखनीय है कि मेथी का उत्पादन मुख्यत: गुजरात, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में होता है।

प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में नई मेथी की आवक मार्च माह में शुरू हो गई थी और भाव 5850/6850 रुपए बोले गए थे जोकि वर्तमान में घटकर 5300/6500 रुपए पर बोले जा रहे है।

मध्य प्रदेश की मंडियों में मार्च माह के शुरू में मेथी के भाव 5700/6700 रुपए बोले जा रहे थे लेकिन मार्च अंत में नए मालों की आवक शुरू हो जाने के पश्चात कीमतों में गिरावट बनी रही और वर्तमान में भाव घटकर 5000/5600 रुपए पर आ गए है।

मगर अब मंडियों में नए मालों की आवक घटनी शुरू हो गई है। जिस कारण से मेथी के वर्तमान भावों में अब अधिक मंदे की संभावना नहीं है। सूत्रों का कहना है कि वर्तमान में निर्यातकों के अलावा लोकल उठाव भी काफी कम रह गया है।

आगामी दिनों में लिवाली का समर्थन मिलने पर कीमतों में सुधार होगा। व्यापारियों का कहना है कि वर्तमान भावों में मेथी का स्टॉक करना लाभ का सौदा होगा। और आगामी दिनों में कभी भी कीमतों में 10 से 15 रुपए प्रति किलो की तेजी आने की संभावना है।

पोस्ता की कीमतों में गिरावट
आज पोस्ता की कीमतों में गिरावट रही। उल्लेखनीय है कि चालू सीजन के लिए उत्पादक केन्द्रों पर अधिक बिजाई एवं बिजाई के पश्चात मौसम भी फसल के अनुकूल बना रहने के कारण इस वर्ष उत्पादन एवं क्वालिटी दोनों गत वर्ष की तुलना में बेहतर आ रही है।

वर्तमान में प्रमुख मंडी नीमच में नए देसी पोस्ता की आवक अच्छी चल रही है जबकि हाजिर में उठाव कम होने के कारण कीमतों में 30/40 रुपए प्रति किलो का मंदा दर्ज किया है।सूत्रों का कहना है कि चालू सीजन के दौरान मध्य प्रदेश में पोस्ता का उत्पादन 8/8.50 हजार टन होने के अनुसार है जबकि गत वर्ष उत्पादन 6/6.50 हजार टन का रहा था।

एक ओर जहां देसी मालों में 30/40 रुपए की गिरावट बनी रही वही दूसरी तरफ आयातित टर्की पोस्ता का स्टॉक कम रह जाने के कारण कीमतें 5/10 रुपए प्रति किलो तक घटाकर बोली गई है। सूत्रों का कहना है कि अभी कीमतों में नरमी बनी रहेगी। क्योंकि नए मालों की आवक आगामी दिनों में बढ़ सकती है।