JEE एडवांस्ड के एग्जाम से पहले ही 72 हजार स्टूडेंट IIT की दौड़ से बाहर

1270

कोटा। जेईई एडवांस्ड का एग्जाम हाेने से पहले ही करीब 72 हजार स्टूडेंट इसकी दाैड़ से बाहर हाे गए हैं। इन स्टूडेंट्‌स ने एडवांस्ड के लिए रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया, जबकि इसकी अंतिम तारीख 9 मई थी। कई बोर्ड के रिजल्ट आने अभी बाकी हैं। एडवांस्ड क्लियर करने के बाद आईआईटी में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स को अपने बोर्ड में 75 प्रतिशत या फिर टॉप 20 पर्सेंटाइल में आना जरूरी है। इस मानदंड काे पूरा नहीं करने वाले स्टूडेंट भी रेस से बाहर हो जाएंगे।

ऐसे में आईईटी की दाैड़ से बाहर हाेने वाले स्टूडेंट्‌स का आंकड़ा और बढ़ सकता है। जेईई एडवांस्ड 27 मई काे हाेगा। जेईई मेन से इस साल 2.45 लाख स्टूडेंट्स को एडवांस्ड के लिए क्वालीफाई किया था। इसमें से 1.73 लाख ने ही एडवांस्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।

ओडिसा डोमिसाइल भरने वाले स्टूडेंट्स के लिए रजिस्ट्रेशन 14 मई तक चलेगा। इससे भी बहुत बड़ा अंतर नहीं आने वाला है। पिछले साल 2.31 लाख को एडवांस्ड के लिए क्वालीफाई किया गया था। इनमें से 1.65 लाख स्टूडेंट्स एडवांस्ड के लिए रजिस्टर्ड हुए थे।

इन कारणों से हो जाते हैं आईआईटी की दौड़ से बाहर

  • जेईई मेन के तीन व एडवांस्ड के लिए दो अटेंप्ट का प्रावधान। इस कारण तीसरी बार मेन देकर एडवांस्ड में क्वालीफाई करने वाला आईआईटी की दौड़ से बाहर हो जाता है।
  • छात्र एडवांस्ड की पढ़ाई पर बहुत अधिक फोकस करता है। इस कारण स्कूल की पढ़ाई पीछे छूट जाती है। इस कारण बोर्ड में 75 प्रतिशत व टॉप 20 पर्सेंटाइल में नहीं आने पर छात्र आईआईटी की रेस से बाहर हो जाता है।
  • एडवांस्ड के लिए 2.45 लाख में जगह बनाने वाले पीछे की रैंक वाले छात्र आईआईटी की जगह एनआईटी में चले जाते हैं। उनको अंदाजा लग जाता है कि पीछे की रैंक के कारण टॉप आईआईटी नहीं मिलेगा। इस कारण बेहतर एनआईटी में चले जाते हैं।
सालक्वालीफाई    रजिस्टर्ड
20192.45  लाख 1.73 लाख
20182.31 लाख 1.65 लाख
20172.21 लाख 1.72 लाख
20161.98 लाख 1.56 लाख