नई दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहर पर भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा है कि यदि कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं किया गया और बाजारों या टूरिस्ट स्पॉट पर लगने वाली भीड़ को नहीं रोका गया तो कोरोना की तीसरी लहर सिर्फ 6 से 8 हफ्तों में पूरे देश पर अटैक कर सकती है।
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि अभी तक की रिसर्च में ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं कि कोरोना की तीसरी लहर बड़ों से ज्यादा बच्चों को प्रभावित करेगी। इससे पहले भारत के महामारी विशेषज्ञों ने पहले सितंबर-अक्टूबर तक कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई थी।
देश में अप्रैल और मई महीने के बीच कोरोना की दूसरी लहर भारत में पीक पर पहुंची थी। इस बीच देशभर में कोरोना से मौतों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। अधिकतर राज्यों में इस बीच ऑक्सीजन की शॉर्टेज भी देखी गई थी। इसके बाद पिछले कुछ दिनों से कोरोना के केस घटने शुरू हो गए हैं।
तीसरी लहर रोकने के 4 उपाय
- भारत की ज्यादा से ज्यादा आबादी का वैक्सीनेशन करना होगा।
- लोगों को कोविड गाइडलाइंस का पालन करना होगा।
- ऐसे इलाकों की मॉनिटरिंग करनी होगी, जहां कोरोना केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
- जहां कोरोना पॉजिटिव मरीज 5% से ज्यादा है, वहां कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित करें।
महाराष्ट्र में तीसरी लहर का अंदेशा
महाराष्ट्र में 1-2 महीने के अंदर कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका है। यह लहर कोरोना के बेहद खतरनाक वैरिएंट डेल्टा प्लस (AY.1) की वजह से आएगी। राज्य की कोविड टास्क फोर्स ने बुधवार को इस महामारी की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मेडिकल टीम और अन्य अफसरों को जरूरी इंतजाम चाक-चौबंद करने का निर्देश दिया था।