कोटा। महामारी की दूसरी लहर के दौरान उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के प्रयास में ऊबर ने आज अपनी पैकेज डिलीवरी सर्विस, ऊबर कनेक्ट के लिए दोपहिया वाहनों की संख्या को दोगुना करने का ऐलान किया।
मई के महीने में ऊबर कनेक्ट की मांग में तीन गुना बढ़ोतरी हुई, बड़ी संख्या में लोगो ने ज़रूरी चीज़ें जैसे राशन, बिना पर्चे वाली दवाएं, चिकित्सा उपकरण तथा परिवारजनों एवं प्रियजनों के लिए अन्य ज़रूरी सामग्री भेजने के लिए इस सेवा का उपयोग किया।
ऑन -डिमांड पिकअप, भुगतान के डिजिटल विकल्पों एवं काॅन्टैक्लैस डोरस्टैप डिलीवरी के चलते लोग एक दूसरे को पार्सल भेज पा रहे हैं और साथ ही घर से बाहर निकले बिना दुकानों से ज़रूरी सामान के लिए आर्डर कर रहे हैं। इस तरह लाखों लोगों की लाॅजिस्टिक्स संबंधी समस्याओं को हल करने में मदद मिली है।
इस सेवा का उपयोग देश भर में कोविड प्रभावी समुदायों को ज़रूरी चीज़ों एवं घर के बने खाने की डिलीवरी के लिए किया जा रहा है। दोपहिया वाहनों के माध्यम से डिलीवरी सर्विस का लाॅन्च पिछले साल मई माह में राष्ट्रव्यापी लाॅकडाउन के दौरान किया गया था। अब यह सर्विस कोटा, कोलकाता, हैदराबाद, जयपुर, चेन्नई, लखनऊ, अहमदाबाद और चण्डीगढ़ सहित 26 शहरों में उपलब्ध है।
इस पहल के बारे में स्नेह यादव, संस्थापक कोव-एड ने कहा, ‘‘इस अनिश्चित समय में, कोव-एड कोविड प्रभावी लोगों को भोजन पहुंचाने के मिशन के साथ कार्यरत हैं। इस मुश्किल समय में उपलब्ध संसाधनों और ज़रूरतमंद लोगों के बीच की दूरी को खत्म करना हमारा उद्देश्य है। ऊबर की पैकेज डिलीवरी सर्विस की मांग बढ़ने के कारण ड्राइवर पार्टनर्स को भी फायदा हो रहा है। क्योंकि ऊबर इस चुनौतीपूर्ण समय में उन्हें निरंतर कमाई के नए अवसर उपलब्ध करा रहा है।
तरूण गुप्ता, हैड ऑफ़ स्टैटेजिक इनीशिएटिव्स, ऊबर इंडिया एण्ड साउथ एशिया (Head of Strategic Initiatives Uber India and South Asia) ने कहा, ‘‘ऊबर कनेक्ट उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण सर्विस है, जिसके माध्यम से वे ज़रूरी सामान एक दूसरे को भेज सकते हैं। दुकानों से सामान ऑर्डर कर सकते हैं।
संकट के इस दौर में अपने परिवार एवं प्रियजनों के साथ जुड़े रह सकते हैं। महामारी की दूसरी लहर के दौरान बढ़ती मांग को देखते हुए हमने अपने प्लेटफाॅर्म पर दोपहिया वाहनों की संख्या बढ़ाई, ताकि हम लोगों की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा कर सकें। साथ ही ड्राइवरों को भी कमाई के अवसर उपलब्ध करा सकें।’’
ऊबर के ऑन -डिमांड ट्रिप की तरह उपभोक्ता पिक-अप से लेकर, राह पर और ड्राॅप-ऑफ़ तक ट्रिप को पूरी तरह से माॅनिटर कर सकते हैं और पैकेज प्राप्तकर्ता के साथ डिलीवरी का स्टेटस भी शेयर कर सकते हैं।