नितेश ने बर्थ डे पर मित्रों के साथ रक्तदान कर थेलेसिमिक बच्चों को दिया उपहार

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कोटा। चिलचिलाती गर्मी व कोरोना के डर ने क्तदान शिविरों के आयोजन को रोका हुआ है। ऐसे में धीरे धीरे थेलेसिमिक बच्चों की रक्त उपलब्धता का संकट खड़ा हो रहा है। ऐसे माहौल में सुखद खबर ये भी है कि शहर में कुछ लोग अपने विशेष अवसर को जन्मदिन के साथ जोड़कर राहत दे रहे हैं। लायंस क्लब के जोन चैयरमैन व टीम जीवनदाता के संयोजक भुवनेश गुप्ता के अनुसार वे टीम जीवनदाता के साथ नियमित सोशल मीडिया पर संदेश ज़ारी कर लोगो में वे जनजागृति का प्रयास कर रहे हैं ।

इन्हीं प्रयासों के क्रम में शनिवार को गुप्ता के मित्र नितेश खंडेलवाल का जन्मदिन था और उनकी इच्छा थी कि कोविड से प्रभावित परिवारों के लिए कुछ करें, किन्तु टीम जीवनदाता की औऱ से ज़ारी मैसेज को देखा तो थेलेसिमिक बच्चों के लिए उनका दिल पसीज गया। उन्होनें रक्त की कमी को पूरा करने के अपने संकल्प को दोहराते हुए एक साथ 11 मित्रों ने ब्लड बैंक पहुँचकर रक्तदान किया। नितेश ने 60वीं बार रक्तदान कर प्रेरणा का संदेश दिया।

उन्होनें कहा कि इंसान का वैसे तो हर दिन जन्मदिन है। क्योंकि हर दिन कुछ ना कुछ सीखने का है, जो मानव जन्म को सार्थक करता है। अगर व्यक्ति प्रति तीन माह में रक्तदान करें तो सेवा का ये संस्कार नव पीढ़ी के जीवन में मानवतावादी आदर्श स्थापित करने का माध्यम बनता है। थेलेसिमिक बच्चों के परिजनों ने ख़ुशी से आभार व्यक्त किया। रक्तदान करने वालो में पीयूष खंडेलवाल , बजरंग चीता, प्रशान्त मेठी, वीरेंद्र सिंह, सुशांत आदि शामिल थे।

खुशियों के अवसर पर रक्तदान
भुवनेश गुप्ता ने कहा कि ‘जन्मदिन हो या त्यौहार, रक्तदान कर दे उपहार’ पंक्ति वैसे तो आमजनों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रही है। किंतु शहर में इस अभिव्यक्ति को जनांदोलन का रूप देने की आवश्यकता है। ये तब ही संभव है जब हर घर से एक व्यक्ति अपने जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ या दिवंगत की पुण्यतिथि पर संकल्प ले कि रक्तदान करेंगे।