काेटा। राजस्थान की यूनिवर्सिटी और काॅलेज स्टूडेंट्स की परीक्षाओं पर फैसला लेने के लिए बनी सुझाव कमेटी ने फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स को प्रमोट करने का सुझाव दिया है। वहीं सेकंड ईयर के स्टूडेंट्स के मल्टीपल एग्जाम होंगे। फाइनल ईयर के छात्रों का एग्जाम जुलाई-अगस्त में संभव है।
हालांकि अंतिम फैसला सरकार को लेना है। 20 लाख से ज्यादा छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए परीक्षाओं और कैंपस खोलने से पहले वैक्सीनेशन का भी सुझाव है। कमेटी की रिपोर्ट पर अंतिम निर्णय सरकार लेगी। कमेटी ने यह भी सुझाव दिया है कि कोरोना कब खत्म होगा कह नही सकते इसलिए यूनिवर्सिटीज में क्रेडिट बेस्ड एसेसमेंट सिस्टम अपनाया जाए। मूक जैसे शॉर्ट टर्म कोर्सेज को बढ़ावा मिले।
परीक्षा सिस्टम बदलने का भी सुझााव
प्रदेश की ज्यादातर यूनिवर्सिटीज पुराने ढर्रे पर चल रही है। बीए, बीकॉम, बीएससी जैसे कोर्स में सालों से एनुअल परीक्षा ली जाती है। अब कमेटी ने सुझाव दिया है कि प्रदेश में एनुअल की जगह सेमेस्टर सिस्टम तत्काल लागू किया जाए। ताकि छात्र का साल में 2 बार मूल्यांकन हो सके। बहरहाल, कमेटी की रिपोर्ट के बाद उम्मीद है कि सरकार जल्द ही फैसला लेगी।
यूजी में अंकों के आधार पर होंगे एडमिशन : कॉलेज आयुक्तालय ने सरकारी कॉलेजों में 2021-22 के लिए एडमिशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। हर कॉलेज में 2 नोडल अधिकारी बनाए जाएंगे। विषयवार खाली सीटें, विषय समूह, फीस संरचना, हेल्प डेस्क, नोडल अधिकारी के नम्बर जल्द वेबसाइट पर एडमिशन पेज पर डाले जाएंगे। कॉलेज आयुक्त संदेश नायक का कहना है कि प्रथम वर्ष में एडमिशन अंकों के आधार पर होंगे।
आरटीयू काेटा के स्टूडेंट्स बोले-ऑनलाइन ली जाए परीक्षा
आरटीयू काेटा के स्टूडेंट्स का प्रमाेट करने की मांग काे लेकर ऑनलाइन आंदाेलन जारी है। स्टूडेंट्स का कहना है कि अगर वैक्सीनेशन के बाद एग्जाम हाेते हैं ताे बहुत टाइम लगेगा। पहले से ही एग्जाम छह महीने लेट है। ऐसे में अगले साल तक उन्हें डिग्री तक नहीं मिलेगी।
वहीं, बैक स्टूडेंट्स भी प्रमाेट करने की मांग उठा रहे हैं। उनका कहना है कि पिछले पिछले बार भी बैक वालाें का एग्जाम लिया था और मेन वालाें काे प्रमाेट किया था। यदि इस बार भी ऐसा हुआ ताे बिल्कुल गलत हाेगा। स्टूडेंट्स ने कहा कि बिना वैक्सीनेशन के काेई भी परीक्षा देने का इच्छुक नहीं है, या फिर एग्जाम ऑनलाइन मोड में हाे।
छात्रों के हित में हाेगा
हम गुरुवार काे फाइनल राउंड की मीटिंग करके सरकार काे सुझाव साैंप देंगे। अभी कुछ भी बाेलना संभव नहीं है। कुछ चीजाें पर सहमति बन रही है। कमेटी जाे विचार करेगी वाे छात्रों के हित में हाेगा। अभी कुछ कहना संभव नहीं है।
-प्राे. देवस्वरुप, वीसी, डॉ. बीआर अंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी, जयपुर