कोटा। एडीएम सिटी आरडी मीणा की अध्यक्षता में बुधवार को सभी चिकित्सा संस्थानों के प्रभारी अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें शहरी क्षेत्रों में डोर टू डोर सामुदायिक सर्वे कर बीमारी के लक्षण के आधार पर दवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। एडीएम ने कहा कि डोर डोर टू सर्वे को गम्भीरता से लेते हुए सभी चिकित्साधिकारी टीम भावना से कार्य करें।
सर्वे के दौरान कोई भी वंचित नहीं रहे, सर्वे टीम को ट्रेनिंग देकर बीमारी के लक्षणों के आधार पर दवाइयां देने और कोविड संक्रमण से बचाव के बारे में भी जानकारी दें। सर्वे के दौरान ऑक्सीजन लेवल की जांच करने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे कोविड रोगियों का पता लगाया जा सके।
डोर टू डोर सर्वे के लिए चिकित्सा विभाग के कार्मिक, आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, बीएलओ एवं नर्सिंग विद्यार्थियों को लगाया गया है। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. घनश्याम मीणा ने प्रजेंटेशन के माध्यम से डोर डोर सर्वे के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों एवं नागरिकों से ली जाने वाली जानकारी के बारे में विस्तार से बताया।
लक्ष्य की तुलना में घर-घर सर्वे कार्य कम किया जा रहा है, सर्वे के दौरान आईएलआई/ कोविड-19 के लक्षण ग्रस्त व्यक्तियों को चिह्नित करने के बाद सभी को दवा किट दिया जाना है, लेकिन कई सीएचसी/पीएचसी पर चिह्नित लोगों की तुलना में दवा किट कम वितरित किए गए हैं।