नई दिल्ली। गलत कामों को अंजाम देने के लिए कई लोग दूसरों को बलि का बकरा बना देते हैं। ऐसे कई मामले भी सामने आ चुके हैं, जिसमें गैरकानूनी काम करने के लिए लोग चोरी छिपे दूसरे के नाम से सिम निकलवा लेते हैं, और उनसे धमकी या ब्लैकमेलिंग जैसे कामों को अंजाम देते हैं। जिसके नाम से सिम है उसे पता नहीं होता। अगर आपके मन में थोड़ा सा भी डाउट है कि कोई आपके नाम के मोबाइल नंबर से गैरकानूनी काम तो नहीं कर रहा, तो 5 मिनट निकालकर चेक कर ही लीजिए।
दूसंचार विभाग ने शुरू किया पोर्टल
दरअसल, अब आप आसानी से यह जान सकते हैं कि आपके नाम पर कितने मोबाइल नंबर एक्टिव हैं। Department of Telecommunications (DoT) ने एक पोर्टल – tafcop।dgtelecom।gov।in लॉन्च किया है, जिसकी मदद से आप यह पता लगा सकते हैं कि कहीं कोई आपके जानकारी के बिना आपके नाम पर मोबाइल नंबर का उपयोग तो नहीं कर रहा है।
मिनटों में पता चलेगाआपके नाम पर कितने नंबर एक्टिव
दूरसंचार विभाग के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ए रॉबर्ट रवि ने कहा कि दूसरों के डिटेल्स का इस्तेमाल करके मोबाइल सिम कार्ड लेने और इसका गैरकानूनी तरीके से इस्तेमाल करने के मामले लगातार सामने आए हैं। जिसे देखते हुए डिपार्टमेंट ने इस टूल को लॉन्च किया है। इस ऑनलाइन टूल की मदद से वे उन नंबरों से छुटकारा पा सकते हैं जिन्हें वे इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस वेबसाइट के जरिए लोगों को यह जानने में मदद मिलेगी की उनके नाम से कितने मोबाइल नंबर चल रहे हैं। इसके साथ ही वे इन नंबर्स को ब्लॉक करने की भी रिक्वेस्ट डाल सकते हैं।
शुरुआत में आंध्रप्रदेश-तेलंगाना में मिलेगी सुविधा
अधिकारियों ने कहा कि एक व्यक्ति ज्यादा से ज्यादा 9 मोबाइल कनेक्शन इश्यू करवा सकता है। हालांकि कई यूजर्स के नाम पर 9 से ज्यादा मोबाइल कनेक्शन चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल इस पोर्टल को आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के लाइसेंस प्राप्त सर्विस एरिया में शुरू किया जाएगा। इस सर्विस को अन्य शहरों में धीरे-धीरे शुरू किया जाएगा।
घर बैठे Block और Deactivate करा सकेंगे नंबर
- यूजर्स इस पोर्टल के जरिए आसानी से अपने नाम पर चल रहे कनेक्शन के बारे में जान सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपना कोई भी एक्टिव नंबर डालना होगा और फिर एक OTP मिलेगा। इसकी मदद से वो आसानी से सभी एक्टिव नंबर के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- डिपार्टमेंट सभी उपभोक्ताओं को SMS के जरिए इस बात की जानकारी देगा कि उनके नाम पर कितने नंबर एक्टिव हैं। इसके बाद उपभोक्ता पोर्टल पर जाकर उन नंबर के बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं जिन्हें वो इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं या फिर जिन्हें उनकी जरूरत नहीं है।
- यूजर की रिक्वेस्ट पर टेलिकॉम कंपनी या तो उस नंबर को ब्लॉक कर देंगी या डीएक्टिवेट कर देंगी। कंज्यूमर को टिकट आईडी प्रोवाइड की जाएगी जिसकी मदद से वो यह ट्रैक कर पाएंगे कि उनकी रिक्वेस्ट पर अभी तक कितना काम किया गया है।