राजस्थान में तेज हवा के साथ भारी बारिश होने से रबी फसलों को ज्यादा नुकसान

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जैसलमेर । राजस्थान के कई जिलों में 21 मार्च की रात को आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश होने से चना, जीरा, ईसबगोल एवं सरसों जैसी रबी फसलों को जबरदस्त नुकसान हुआ है। एक तो खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो गई और दूसरे, जिन फसलों को काटकर सुखाने के लिए रखा गया था उसे भी जबरदस्त क्षति हुई है।

जैसलमेर जिले के रामगढ़ में अवस्थित एक विश्वसनीय कम्पनी केवल राम एंड कम्पनी के मालिक का कहना है कि एक तो गत दो माह से बारिश नहीं होने से फसलों को काफी नुकसान हुआ था और जो फसल बची थी उसे इस आंधी-बारिश ने बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया।

जीरा की फसल को नुकसान:जैसलमेर, रामगढ़, मोहनगढ़ एवं समीपवर्ती क्षेत्रों (बाड़मेर सहित) में रबी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। कटी हुई चने, जीरे, ईसबगोल एवं सरसों की फसल को क्षति हुई है। जीरा की फसल पहले ही 40 प्रतिशत रह गई थी, उसमें भी आधा भाग बर्बाद हो गया। फसल की पैदावार पहले ही 50 प्रतिशत घटने की संभावना थी। जीरे की फसल हल्की होती है, इसलिए उसे भारी नुकसान हुआ। ईसबगोल की क्वालिटी खराब हो गई।

सरसों की फसल को भरी नुकसान :सरसों की कटी हुई फसल को जबरदस्त नुकसान हुआ है। तेज हवा के कारण फसलें जमीन पर गिर गईं और भारी वर्षा के कारण खेतों में पानी तथा कीचड़ भर गया। सारे दाने उसमें धंस गए हैं। किसानों को इससे काफी नुकसान हुआ है। चूंकि फसलें पक रही थीं, इसलिए नुकसान अधिक हुआ है।

राजस्थान के जैसलमेर एवं बाड़मेर जिले में फसलों की सर्वाधिक बर्बादी हुई है। चना की बची हुई फसल की हालत भी खराब है। किसानों को तुरंत उचित मुआवजा देने की मांग की जा रही है। चना, जीरा एवं ईसबगोल को ज्यादा एवं सरसों को कम नुकसान होने की खबर है। जमीन पर पानी में चना की फसल पड़े रहने से दाने खराब हो रहे हैं। जीरा की अधिकांश फसल उड़ गई।