कोटा। केंद्रीय वित्तमंत्री के बजट भाषण में 2 राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में बैंक कर्मी एवं अधिकारी यूनियनों के संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के देशव्यापी प्रदर्शन के आव्हान पर कोटा में आज बैंक कर्मी एवं अधिकारियों ने भारतीय स्टेट बैंक की एरोड्राम चौराहा शाखा के समक्ष प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव को तुरंत वापस लेने की मांग की गई। क्योंकि राष्ट्रीयकृत बैंक देश की आर्थिक उन्नति के प्रमुख साधन हैं। निजी बैंक आम जन को वह सुविधा नहीं दे सकते, जो राष्ट्रीयकृत बैंक दे रहे हैं। सरकार की हर आर्थिक योजना में अपना योगदान दे रहे हैं। सेंकडो की तादाद में निजी बैंक बंद हो चुके हैं तथा उन्हें भी राष्ट्रीयकृत बैंकों को द्वारा अपनाया गया है।
वक्ताओं ने निजीकरण के बजाय कॉर्पोरेट घरानों से एनपीए वसूली की मांग की। सरकार की इस घोषणा से बैंक कर्मियों में रोष व्याप्त है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने हड़ताल करने को तैयार रहने का आव्हान किया गया। प्रदर्शन में अधिकारी नेता आर के जैन, प्रमोद माथुर, हेमराज धाकड़, अरविंद मीणा तथा बैंक कर्मी नेता पदम पाटोदी, रमेश सिंह, डीएस साहू, आरबी मालव, संजीव झा डीके गुप्ता, हेमराज सिंह गौड़, सीएल भार्गव एवं यतीश शर्मा आदि ने संबोधित किया।