नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल के दामों मे लगातार बढ़ोतरी से लोगों को राहत देने के लिए राजस्थान सरकार ने वैल्यू एडेड टैक्स (वैट) में 2-2% की कटौती की है। इस कटौती के साथ अब राजस्थान में पेट्रोल पर वैट घटकर 36 और डीजल पर 26% रह गया है। हालांकि इस कटौती के बाद भी राजस्थान वैट वसूलने के मामले में टॉप राज्यों में बना हुआ है।
आम आदमी भले भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों से परेशान हो, लेकिन केंद्र और राज्य सरकार इस पर टैक्स वसूलकर कमाई करने में लगी हुई है। पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर टैक्स से राज्य सरकारों की कमाई 5 साल में 43% बढ़ी है। वहीं केंद्र सरकार की कमाई दोगुनी हो गई है।
मणिपुर में वैट सबसे ज्यादा
अब वैट वसूलने के मामले में मणिपुर सबसे आगे हो गया है। यहां पेट्रोल पर 36.50 और डीजल पर 22.50% टैक्स वसूला जा रहा है। इससे पहले सबसे ज्यादा वैट राजस्थान में ही वसूला जाता था। वहीं तमिलनाडू में अन्य राज्यों के मुकाबले कम टैक्स वसूला जा रहा है। यहां पेट्रोल पर 15 और डीजल पर 11% टैक्स वसूला जाता है। हालांकि यहां वैट के अलावा पेट्रोल पर 13.02 और डीजल पर 9.62 रुपए प्रति लीटर सेस (उपकर) भी वसूला जाता है। लक्षद्वीप देश का एक मात्र ऐसा राज्य है जहां वैट नहीं लिया जाता है।
राज्यों में अगल-अलग वैट
राज्य | पेट्रोल (%) | डीजल (%) |
बिहार | 26 | 19.0 |
चंडीगढ़ | 22.45 | 14.0 |
छत्तीसगढ़ | 25.00 | 25.00 |
दिल्ली | 30.00 | 16.75 |
गुजरात | 20.10 | 20.20 |
हरियाणा | 25.00 | 16.40 |
मध्य प्रदेश | 33 | 23 |
झारखंड | 22 | 22 |
राजस्थान | 36 | 26 |
हिमाचल प्रदेश | 25 | 14 |
पंजाब | 24.79 | 15.94 |
महाराष्ट्र | 25 | 21 |
राज्यों को मिलने वाला वैट 5 साल में 43% बढ़ा
देश के राज्यों को पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर वैट लगाने से होने वाली कमाई में 5 साल में 43% का इजाफा हुआ है। वित्त वर्ष 2014-15 में इससे होने वाली कमाई 1.37 लाख करोड़ थी जो 2019-20 में बढ़कर 2 लाख करोड़ पर पहुंच गई है। कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन के बावजूद भी चालू वित्त वर्ष 2020-21 की पहली छिमाही (अप्रैल-सितंबर) में वैट से 78 हजार करोड़ की कमाई हुई है। पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर एक्साइज ड्यूटी लगाकर केंद्र सरकार ने 2019-20 में 3.34 लाख करोड़ रुपए कमाए। मई 2014 में पहली बार जब मोदी सरकार बनी थी तब 2014-15 में एक्साइज ड्यूटी से 1.72 लाख करोड़ कमाई हुई थी, यानी सिर्फ 5 सालों में ही ये कमाई बढ़कर दोगुनी हो गई।
किस राज्य ने वैट से कितना पैसा कमाया
राज्य | 2014-15 में कमाई (रु. में) | 2019-20 में कमाई (रु. में) |
बिहार | 2885 करोड़ | 6238 करोड़ |
चंडीगढ़ | 84 करोड़ | 60 करोड़ |
छत्तीसगढ़ | 2645 करोड़ | 3877 करोड़ |
दिल्ली | 2798 करोड़ | 3833 करोड़ |
गुजरात | 15879 करोड़ | 15337 करोड़ |
हरियाणा | 5112 करोड़ | 7648 करोड़ |
मध्यप्रदेश | 6832 करोड़ | 10720 करोड़ |
झारखंड | 2076 करोड़ | 3296 करोड़ |
राजस्थान | 8373 करोड़ | 13319 करोड़ |
हिमाचल प्रदेश | 234 करोड़ | 440 करोड़ |
पंजाब | 4179 करोड़ | 5548 करोड़ |
महाराष्ट्र | 19795 करोड़ | 26791 करोड़ |