मुंबई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) सेंसेक्स ने गुरुवार को इतिहास रच दिया। इंडेक्स शुरुआती कारोबार में पहली बार 50 हजार के रिकॉर्ड स्तर को पार किया। दरअसल, अमेरिका में नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के सत्ता संभालने का पॉजिटिव असर घरेलू शेयर बाजार पर भी दिखा। लेकिन दोपहर बाद बाजार में मुनाफावसूली से यह बढ़त गंवा दी और अंत में इंडेक्स 560 अंक नीचे बंद हुआ।
सेंसेक्स 167.36 अंक नीचे 49,624.76 पर बंद हुआ है। हालांकि, इंडेक्स ने ऑलटाइम हाई 50,184 को भी छुआ। BSE पर 3,188 शेयरों में कारोबार हुआ। 1,126 शेयर बढ़त और 1,896 नीचे बंद हुए। यानी 59% शेयरों में गिरावट रही। लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी 197.08 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जो सुबह पहली बार 199 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया था।
निफ्टी पहली बार 14,750 के पार पहुंचा
दोपहर बाद बढ़ी बिकवाली के चलते निफ्टी इंडेक्स 54.35 अंक नीचे 14,590.35 पर बंद हुआ है। हालांकि, शुरुआती बढ़त में इंडेक्स ने पहली बार 14,753.55 तक पहुंचा, जो इसका ऑलटाइम हाई भी है। बाजार की गिरावट में मेटल और बैंकिंग शेयर सबसे आगे रहे। निफ्टी बैंक इंडेक्स 1.10% और मेटल इंडेक्स 2.18% नीचे बंद हुए हैं।
निफ्टी में ONGC का शेयर टॉप लूजर रहा। शेयर 3.34% नीचे बंद हुआ है। इसी तरह टाटा स्टील के शेयर में 2.95% की गिरावट रही। जबकि टाटा मोटर्स का शेयर 6.38% ऊपर बंद हुआ है। बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और बजाज ऑटो के शेयरों में भी 2-2% से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई।
ब्रोकरेज कंपनी कोटक सिक्योरिटीज के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट श्रीकांत चौहान ने कहा कि वैश्विक बाजारों की मजबूती से सेंसेक्स को सहारा मिला और शुरुआती कारोबार में इंडेक्स पहली बार 50 हजार के पार पहुंच गया। पिछले अगस्त के बाद इंडेक्स में तेज करेक्शन देखने को मिला था। इंडेक्स सौ दिनों में 10 हजार अंक चढ़ा है। इसमें फार्मा, आईटी और मेटल शेयरों की बड़ी हिस्सेदारी रही।
अब आने वाले दिनों में बाजार पर केंद्रीय बजट का असर दिखेगा, जिसके तहत भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में निवेशकों को गिरावट में खरीदारी की सलाह होगी। इसमें कमोडिटीज और ऑटो कंपनियां फोकस में होंगे। उन्होंने सेंसेक्स पर 51750 तक का लक्ष्य दिया है।
BSE सेंसेक्स इंडेक्स की दोगुनी रफ्तार
- आज सेंसेक्स एक साल के सबसे निचले स्तर से लगभग दोगुना ऊपर कारोबार कर रहा है। पिछले साल 24 मार्च को यह 25,638 तक फिसल गया था।
- इससे पहले 23 मई 2019 को सेंसेक्स ने 40 हजार के स्तर को छुआ
- सेंसेक्स जून 2014 को पहली बार 25 हजार के स्तर को छुआ था। यानी 5 सालों में सेंसेक्स दो गुना हो गया है।
- सेंसेक्स, 2 जनवरी 1986 को लॉन्च किया गया था। खास बात यह है कि 1978-79 में इंडेक्स का बेस वैल्यू 100 अंक था।
बाजार में शुरुआती बढ़त की वजह
- अमेरिका में नए राष्ट्रपति जो बाइडेन बने हैं। निवेशकों को उम्मीद है कि जल्द ही नए राहत पैकेज को मंजूरी मिलेगी।
- विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) का निवेश लगातार जारी है। NSDL के मुताबिक जनवरी में अब तक 20,236 करोड़ रु. का निवेश किया है।
- कोरोना महामारी के खिलाफ मजबूत लड़ाई। देश में वैक्सीनेशन को लेकर लगातार पॉजिटिव अपडेट आ रहे हैं।
- मजबूत घरेलू संकेतों का भी असर है। बिजली खपत, मैन्युफैक्चरिंग PMI डेटा, GDP में रिकवरी सहित अन्य पॉजिटिव आंकड़ों का असर है।