पुणे। पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के टर्मिनल-1 की चौथी और पांचवीं मंजिल पर भीषण आग लगी है। बताया जा रहा है कि इसी लैब में टीबी से बचाव के लिए लगाया जाने वाला BCG का टीका बनाया जाता है। फिलहाल जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। मौके पर दमकल की 10 गाड़ियां मौजूद हैं। बिल्डिंग से चार कर्मचारियों को सुरक्षित निकाला गया है।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट के मंजरी प्लांट में एक अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग में आग लगी है। वैक्सीन और वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट सुरक्षित है। वैक्सीन प्रोडक्शन पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा।
सीरम में ही बनाई जा रही कोवीशील्ड
सीरम इंस्टीट्यूट में ही ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड बनाई जा रही है। यह वैक्सीन इस कैम्पस के अलग हिस्से में बनाई और स्टोर की जा रही है। हाल ही में यहां से वैक्सीन की खेप देशभर में पहुंचाने का सिलसिला शुरू हुआ है।
क्यों खास है सीरम इंस्टीट्यूट?
अब तक वह 1.5 अरब डोज बेच चुकी है। यह एक तरह का रिकॉर्ड भी है। एक आंकड़े के मुताबिक, दुनिया के 60% बच्चों को सीरम की एक वैक्सीन जरूर लगी है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) से मान्यता प्राप्त सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन 170 देशों में सप्लाई होती हैं। यह कंपनी पोलियो वैक्सीन के साथ-साथ डिप्थीरिया, टिटनस, पर्ट्युसिस, HIV, BCG, आर-हैपेटाइटिस बी, खसरा, मम्प्स और रूबेला के टीके बनाती है।